नई दिल्ली : अब आने वाले समय में खिलाड़ियों को अपने प्रमाणपत्रों को संभालने को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा क्योंकि अब उन्हें डिजिटल प्रमाणपत्र दिये जाएंगे। खेल मंत्रालय के अनुसार अब सरकार देश भर में रजिस्टर्ड खिलाड़ियों को डिजिटल प्रमाण पत्र जारी करेगी। इस पहल से खिलाड़ियों के प्रदर्शन और प्रतिभागिता को लेकर पारदर्शिता बनी रहेगी। डिजिटल प्रमाणपत्र में खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्धाओं में भागीदारी की तारीख रहेगी और यह उनकी उपलब्धियों का सबूत भी होगा। इसी को लेकर केन्द्रीय खेलमंत्री ठाकुर ने कहा , ‘‘हमारे खेल ढांचे की धुरी खिलाड़ी हैं और इसे ध्यान में रखकर ही खेल मंत्रालय ने उन्हें डिजिटल प्रमाणपत्र देने का ये फैसला किया है।’’ खेलमंत्री ने खिलाड़ियों और राष्ट्रीय खेल महासंघों के लिये चीजें आसान करने की अपनी योजना के तहत ये बात कही।
उन्होंने साथ ही कहा कि खिलाड़ी सर्वोपरि नीति के अनुरूप ही राष्ट्रीय खेल महासंघों को डिजिलॉकर के जरिये खिलाड़ियों को सर्टिफिकेट देने के लिये कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह फैसला खेल प्रशासन में पारदर्शिता और कुशलता को बढावा देने और खिलाड़ियों के दस्तावेजों की सुरक्षा , पहुंच और सत्यता सुनिश्चित करने के लिये लिया गया है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ इस साल एक जून से खेल महासंघों द्वारा डिजिलॉकर के जरिये जारी किये गए प्रमाणपत्र ही वैध होंगे और किसी कागजी प्रमाण पत्र को सरकारी और अन्य फायदों के लिये मान्य नहीं किया जायेगा। हमने महासंघों को सुझाव दे दिया है कि उनकी मान्यता प्राप्त ईकाइयां भी अगले साल एक जनवरी से डिजिलॉकर के जरिये प्रमाण देना शुरू करे।’’