अमेठी। काफी विचार और मंथन के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी का अमेठी से चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है। राहुल गांधी 1 मई को अमेठी से नामांकन जमा कर सकते हैं। इस बार भी राहुल गांधी वायनाड से भी चुनाव मैदान में हैं। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने का भी फैसला हो चुका है।
कांग्रेस ने राहुल गांधी के नाम पर मुहर लगा दी है 2004, 2009 और 2014 में राहुल गांधी लगातार यहां से जीतकर संसद पहुंचे थे।
2019 के चुनाव में बीजेपी की स्मृति इरानी ने उन्हें हराया था। रायबरेली लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रियंका गांधी को उतारेगी या नहीं, इस पर अभी संशय है। पार्टी इस पर अभी फैसला नहीं किया है। बताया जा रहा है कि 27 अप्रैल को कांग्रेस अमेठी और रायबरेली सीटों के उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती है। गौरतलब है कि 2019 में राहुल गांधी ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था। केरल के वायनाड सीट से वह जीत गए थे पर अमेठी से हार मिली थी। इस बार भी वह वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं।
बता दें कि यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस को 17 सीटें मिली हैं। इनमें से 15 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। अमेठी और रायबरेली पर अभी प्रत्याशी का ऐलान नहीं हुआ हैं। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी डॉ सीपी राय का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस की तरफ से राहुल और प्रियंका दोनों को प्रत्याशी बनाने की मांग केंद्रीय नेतृत्व से की जा चुकी है। 27 अप्रैल तक इनके नाम का ऐलान किया जा सकता है।