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खौफनाक हत्याकांड : उजड़ गया हंसता खेलता परिवार,पिता की लाश रेलवे ट्रेक पर तो बच्चे घर पर मृत मिले

नई दिल्ली। यहां एक हंसता खेलता परिवार उजड़ गया है। घर के मुखिया की लाश रेलबे ट्रेक पर मिली और दोनों बच्चों की शव घर पर मिले, जबकि बच्चों की मां गंभीर रुप से घायल है और अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनके होश में आने के बाद ही इस हत्याकांड से जुड़ी जानकारी का खुलासा हो सकता है। ईस्ट दिल्ली के शशि गार्डन के एक फ्लैट में नाबालिग भाई-बहन की हत्या कर दी गई। इनकी मां पर कातिलाना हमला किया गया।

पुलिस ने मृतक कार्तिक उर्फ आहिल (12) और आस्था उर्फ गुन्नु (10) की बॉडी को एलबीएस अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया। मां शन्नू चौरसिया (38) की हालत गंभीर है, जिन्हें एम्स रेफर किया गया है। शुरुआती जांच में लग रहा है कि दोनों बच्चों का गला दबा कर कत्ल किया गया। महिला के सिर पर रॉड से हमला किया गया। शुरुआत में घर का मुखिया श्यामजी चौरसिया (42) गायब मिले को उन पर शक जताया गया। लेकिन शनिवार देर शाम उनके शव की पहचान भी हो गई जो 19 अप्रैल को आनंद विहार रेलवे ट्रैक के पास मिला था।

पांडव नगर थाना पुलिस अफसरों ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब 2 बजे पांडव नगर थाने में श्यामजी के गायब होने की कॉल मिली। पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो घर बाहर से लॉक था। ताला तोड़ने पर एक कमरे में दो बच्चे मृत हालत में मिले, जबकि इनकी जख्मी मां दूसरे कमरे में अचेत हालत में थी। तुरंत उन्हें एलबीएस अस्पताल ले गए, जहां से एम्स रेफर कर दिया गया। श्यामजी के साढ़ू अमृत लाल ने बताया कि श्यामजी का फोन शुक्रवार सुबह से पिक नहीं हो रहा था, जबकि उनकी पत्नी शन्नू का फोन बंद था। शन्नू की देवरानी शुक्रवार सुबह 9 घर पहुंची। दरवाजा बंद था। छोटा भाई रामजी दोपहर बाद फ्लैट पर पहुंचा तो ताला लगा मिला। वो शनिवार सुबह फिर गया, तब भी ताला लगा था।

उन्हें फ्लैट से बदबू आई। दोपहर को फिर पहुंचे तो इस बार बदबू तेज आ रही थी। उन्होंने तुरंत पुलिस को कॉल किया। गेट का ताला तोड़ा गया। भीतर लाइट और पंखे चल रहे थे। एक कमरे में दोनों बच्चों की बॉडी थी तो दूसरे कमरे में शन्नू बेहोश थीं। बॉडी पर चोट के निशान थे। श्यामजी घर से गायब था। पुलिस अफसरों ने बताया कि हत्या को कैसे अंजाम दिया गया, इसका खुलासा पोस्टमॉर्टम में होगा। डीसीपी ईस्ट अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि पांडव नगर थाने में दोपहर 2 बजे श्यामजी के गायब होने की कॉल मिली। गेट का ताला खोलने पर दो बच्चे मृत मिले, जबकि महिला की सांसें चल रही थीं। मर्डर का केस दर्ज कर जांच की जा रही है।

पति-पत्नी के बीच कभी लड़ाई झगड़ा नहीं सुना। दो बच्चों से भरा-पूरा परिवार था। मयूर विहार फेज-1 में चाय की दुकान थी, जो काफी अच्छी चलती थी। अब अपना फ्लैट भी खरीद लिया था। फैमिली में सब ठीक-ठाक चल रहा था। अचानक दो नाबालिग बच्चों के मर्डर और पत्नी पर कातिलाना हमले का पता चलने पर पड़ोसी और रिश्तेदार हैरान हैं। सबकी जुबान पर एक ही सवाल है कि परिवार में आखिर ऐसा क्या हुआ। अब पत्नी शन्नू के होश में आने पर ही पूरे मामले का खुलासा हो सकेगा। रिश्तेदारों ने बताया कि श्यामजी की मयूर विहार फेज-1 स्थित आनंद लोक अपार्टमेंट के सामने मशहूर चाय की दुकान है। यहां पर सुबह से लेकर शाम तक काफी भीड़ रहती है।

श्याम रोज सुबह निकलते थे, जो रात को 11 बजे ही घर लौटते थे। श्यामजी के परिचितों का कहना है कि वो स्वभाव से काफी अच्छे इनसान थे और उनका बर्ताव भी सबके साथ काफी अच्छा था।श्यामजी के जानकारों ने बताया कि वो करीब एक महीने से कुछ परेशान लग रहे थे। वजह कभी बताई नहीं। पुलिस भाइयों की फैमिली और परिचितों से पूछताछ कर रही है, ताकि कोई क्लू मिल सके। पुलिस ने फ्लैट से एक रॉड और श्यामजी का फोन भी बरामद किया है। श्यामजी चौरसिया परिवार समेत शशि गार्डन की गली नंबर-6 स्थित मकान के दूसरी मंजिल के फ्लैट में रहते थे। वो मूल रूप से यूपी के प्रतापगढ़ के रहने वाले थे। फैमिली में पत्नी शन्नू, बेटा कार्तिक और बेटी आस्था थे। करीब के सरकारी स्कूल में कार्तिक नौवीं और आस्था छठी में पढ़ती थी। इनके तीन भाई भी इलाके में पान-बीड़ी की दुकानें करते हैं।

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