HomeUP Newsडिंपल यादव पर ससुर की विरासत को संभालने की जिम्मेदारी

डिंपल यादव पर ससुर की विरासत को संभालने की जिम्मेदारी

मैनपुरी। समाजवादी पार्टी ने मौजूदा सांसद डिंपल यादव को फिर से मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए चुना है। पार्टी नेता और पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल ने 2022 के उपचुनाव में 2.8 लाख से अधिक वोटों के महत्वपूर्ण अंतर से जीत हासिल की। मैनपुरी काफी समय तक समाजवादी पार्टी का गढ़ रहा है। मुख्य रूप से ग्रामीण परिदृश्य के साथ, यह निर्वाचन क्षेत्र 1952 के बाद से 20 से अधिक चुनावों का केंद्र रहा है। दिवंगत मुलायम सिंह का मैनपुरी की राजनीति पर दबदबा था, और अब, उनकी विरासत को उनकी बहू डिंपल आगे बढ़ा रही हैं। डिंपल यादव का राजनीति का सफर चुनौतीपूर्ण रहा है।

शुरुआती असफलताओं के बावजूद, वह 2012 में लोकसभा उपचुनाव में निर्विरोध निर्वाचित होने वाली उत्तर प्रदेश की पहली महिला बनीं। मुलायम के निधन के बाद 2022 में हुए उपचुनाव में डिंपल ने 2.88 लाख वोटों के अंतर से शानदार जीत हासिल की।लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही उत्तर प्रदेश में विभिन्न राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है, जहां भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) अधिकतम सीटें हासिल करने की जोर आजमाइश कर रहे हैं। भाजपा ने अबकी बार, 400 पार नारे के साथ प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। उसकी प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी अपने पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) फार्मूले पर निर्भर है और उसने जनता से ‘‘अस्सी हराओ, भाजपा हटाओ’’ की अपील की है।

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