महिला बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधु ने कहा है कि युवा खिलाड़ियों को सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत ओर अनुशासन पर ध्यान देना चाहिये। सिंधु ने कहा कि उन्हें निराशा को दूर रखते हुए उत्साही और जुनूनी बनना चाहिये। सिंधु ने कहा कि मेरे अंदर अभी भी उच्चतम स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की भूख है। सिंधू ने कहा कि भले ही निराशा और थकान के कई दिन हों पर एक खिलाड़ी को अनुशासन नहीं खोना चाहिए क्योंकि कोई नहीं जानता कि मैदान पर यह कब उसके काम आ जाए।
दो ओलंपिक पदक विजेता इस खिलाड़ी कहा है कि आपको यह उम्मीद रखनी चाहिए कि आपको वहां टिके रहना है और आपको इसे हर एक दिन करते रहना है और यह एक दिन सामने आएगा जब आपकों सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि लोग कह सकते हैं कि आपके पास सब कुछ है, आपको और क्या चाहिए? पर मुझे लगता है कि खेल के प्रति जुनून मेरे अंदर अब भी है इसी कारण मैं और बेहतर कर सकती हूं।
सिंधु ने कहा कि ये जीत मुझे बहुत आत्मविश्वास देती हैं और अगले स्तर पर जाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं इसलिए मैं कहती हूं कि हर दिन एक नया दिन है और हर दिन एक प्रक्रिया है। भले ही कुछ दिन खराब बीते हों पर यह जरुरी है कि आप उन्हें जाने दें तथा और भी अधिक मजबूत होकर वापसी करें। साथ ही कहा कि ट्रेनिंग की कठोरता, निराशा के साथ-साथ सफलता का सामना करना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है और एक खिलाड़ी को इससे हमेशा ही जुड़े रहना चाहिए।