नई दिल्ली । हवाई यात्रा के बढ़ते किराए पर मोदी सरकार की नजर है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वे इस बारे में विमानन कंपनियों से बात करुंगा। सिंधिया ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में एविएशन सेक्टर काफी बदल गया है। सिंधिया ने कहा है कि वे महंगे एयर टिकट्स पर विमानन कंपनियों के साथ बात करुंगा। उन्होंने कहा, दो साल पहले तक सभी विमान ग्राउंड पर थे और कोई पैसेंजर नहीं था। आज सभी विमान सर्विस में हैं, लेकिन फिर भी यात्रियों की डिमांड पूरी नहीं हो रही है। डिमांड और सप्लाई का ऐसा असंतुलन पहले कभी नहीं देखा गया था। विमानन कंपनियां सर्विस देने के लिए और विमान चाहती हैं, लेकिन वैश्विक आपूर्तिकर्ता विमानों की सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। उनकी अपनी समस्याएं हैं। फिर भी जहां तक एयर टिकट प्राइस का सवाल है हम इस बारे में एयरलाइंस से बात करुंगा।
परिवहन सेक्टर में एक तरह से क्रांति आ गई है। पिछले 9 वर्षों में परिवहन सेक्टर काफी बदल गया है। सिंधिया ने कहा, यात्रियों की संख्या इस कदर बढ़ गई है कि डिमांड और सप्लाई में संतुलन लाना एयरलाइंस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। इसके कारण हाल के दिनों में एयर टिकट की कीमतों में भारी तेजी आई है। सिंधिया ने कहा, देश में शहरीकरण तेजी से हुआ है। करीब 34 फीसदी आबादी अब शहरों में रह रही है। आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढऩे जा रही है। दूसरा, लोगों की आय बढ़ी है। हवाई यात्रा करने वाला एक नया वर्ग पैदा हुआ है। इस नए वर्ग की अपनी आकांक्षाएं और सपने हैं। आज बड़ी संख्या में लोग विमान से यात्रा करना चाहते हैं।
सिंधिया ने कहा कि लोगों की जरूरतों को देखकर हमारी सरकार ने 9 साल में 74 एयरपोर्ट बनाए हैं। उन्होंने कहा कि बीते 2 वर्षों में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले 3-4 वर्षों में देश में 200 से ज्यादा एयरपोर्ट काम करने लगे। 2014 से पहले देश में 400 विमान पैसेंजर सर्विस दे रहे थे। अभी इनकी संख्या बढ़कर 700 हो गई है। अगले तीन से चार साल में 1200 से 1400 से प्लेन उड़ान भरने वाले हैं।