नई दिल्ली । अगले माह के अंत में शुरु होने वाले एशिया कप में एक बार फिर नये रिकार्ड बनेंगे। एकदिवसीय प्रारुप में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में एशिया की छह टीम खिताब के लिए मुकाबला करेंगी। इससे इन टीमों को विश्वकप के लिए अभ्यास का भी अच्छा अवसर मिल जाएगा। इस टूर्नामेंट का आयोजन 31 अगस्त से 17 सितंबर तक होगा। इस टूर्नामेंट में पहले कई रिकॉर्ड बने हैं जो आज तक बरकरार हैं। अब देखना है कि ये रिकार्ड टूट पाते हैं या नहीं। साल 2012 के एशिया कप में भारत की ओर से विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ होबार्ट में 86 गेंदों पर 133 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद कोहली ने पाक के खिलाफ 183 रन की पारी खेलकर भारत को जीत दिलायी थी। इस टूर्नामेंट में बने कोहली के 183 रन के रिकॉर्ड को अभी तक कोई बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया है।
वहीं 2012 के एशिया कप में पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज नासिर जमशेद और मोहम्मद हफीज ने इस टूर्नामेंट में पहले विकेट के लिए 224 रन की साझेदारी का रिकॉर्ड बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था है। जो अभी तक कायम है। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के नाम एशिया कप में बतौर कप्तान सबसे अधिक मैच खेलने का रिकॉर्ड है। धोनी ने साल 2008 से 2012 तक इस ट्रॉफी में भारत की कप्तानी की है। धोनी ने कप्तान के तौर पर 14 मैचों में एशिया कप में टीम की कमान संभाली है। धोनी के इस रिकॉर्ड को तोड़ना किसी भी कप्तान के लिए आसान नहीं है। श्रीलंका के कुमार संगकारा और भारत के महेंद्र सिंह धोनी के नाम संयुक्त रूप से विकेट के पीछे सबसे अधिक शिकार करने का रिकॉर्ड है। एशिया कप में दोनों ने बतौर विकेटकीपर एक समान 36-36 खिलाड़ियों को आउट किया है