चंडीगढ़। पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के चलते मेडल से महरूम हुईं विनेश अब सियासत में अपनी जमीन तलाश रही हैं। वहीं महिला पहलवानों के प्रदर्शन के दौरान मुखर रहे बजरंग पूनिया ने भी यही रास्ता पकड़ा है। दोनों पहलवान पहले ही कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। इन दोनों पहलवानों के दम पर कांग्रेस हरियाणा के सियासी अखाड़े में भाजपा को चित करने का सपना देख रही है। साथ ही जाट, किसान, महिला, युवा और खिलाड़ियों के वोटों में सेंध लगाने की भी उसकी मंशा है। असल में कांग्रेस की निगाहें जाट वोटों के साथ-साथ किसानों पर भी हैं। उसे लगता है कि बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के रहते वह इन दो वोट बैंक को अपने पक्ष में कर सकती है।
इसके अलावा विनेश के नाम पर वह महिला वोटरों को अपनी तरफ खींचने की कोशिश में जुटी हुई है। बजरंग और विनेश के चेहरों पर खिलाड़ियों और युवा वोटरों को कांग्रेस अपनी तरफ करना चाहेगी। जिस तरह से विनेश फोगाट शंभू बॉर्डर पर पहुंचीं और किसानों से बातचीत की, वह भी इसी कोशिश की दिशा में उठाया कदम लगता है।हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने विनेश फोगाट को जुलाना सीट से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, बजरंग पूनिया के लिए उम्मीद है कि वह बादली सीट से मैदान में होंगे। हरियाणा में बड़ी संख्या में किसान जाट समुदाय से आते हैं। यहां के किसान पहले ही भाजपा से खफा हैं। एमएसपी पर लीगल गारंटी समेत कई मुद्दे हैं, जिसके चलते किसान नाराज हैं। वहीं, हाल ही में भाजपा एमपी कंगना रनौत ने किसानों को लेकर जो बयान दिया है, उसने किसानों का गुस्सा और भड़का दिया है।
कांग्रेस इन सबका भरपूर फायदा उठाना चाहेगी।विनेश फोगाट को लेकर कांग्रेस ने जबर्दस्त हाइप बना रखी है। इसकी शुरुआत तभी से हो गई थी जब विनेश पेरिस ओलंपिक के फाइनल से पहले 100 ग्राम वजन के चलते डिसक्वॉलीफाई हो गई थीं। कांग्रेस लगातार विनेश का समर्थन कर रही है। कई कांग्रेसी नेताओं ने तो फोगाट के डिसक्वॉलीफाई होने को साजिश तक बता डाला था। वहीं, हरियाणा में भी उनके पक्ष में लगातार आवाजें बुलंद होती रहीं। इन आवाजों में हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हूडा से लेकर कांग्रेस सांसद दीपेंदर सिंह हूडा भी शामिल रहे हैं। दीपेंदर हूडा तो विनेश के देश वापस लौटने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने भी पहुंच गए थे। वहीं, भूपिंदर सिंह हूडा ने उन्हें राज्यसभा से नामित करने की मंशा जताई थी।