चंडीगढ़ – महामहीम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने रिसर्च स्कोलर्स का आह्वान किया कि वे उपलब्ध संसाधनों में ही गुणवत्ता परक शोध करें। शोध पत्रों में गुणवत्ता व स्पष्टड्ढता होनी चाहिए। स्वयं मेहनत कर आंकड़े एकत्रित करें। शोध को प्राथमिकता देते हुए शोध कार्यों के लिए बजट को भी बढ़ाया जाये। कभी किसी अन्य व्यक्ति पर निर्भर न रहे। कुछ नया करने की जिज्ञासा रखें तथा मेहनत से कार्य करें।
महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय स्थानीय पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रशासनिक परिसर में फैकल्टी सदस्यों व रिसर्च स्कोलर्स से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध करवाई जायेगी। बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि इस संवाद का मुख्य उद्देश्य शोध के कार्य में आने वाली बाधाओं को दूर करना है। उन्होंने रिसर्च स्कोलर्स से थॉमस एडीसन के जीवन से प्रेरणा लेने को कहा, जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद अनेक शोध किये। उन्होंने कहा कि शोधार्थी तकनीक को अपनाये तथा हमेशा कुछ नया कार्य करने की जिज्ञासा रखें। उन्होंने कहा कि शोध पत्रों में गुणवत्ता व स्पष्टड्ढता होनी चाहिए।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सर्वश्रेष्ठ शोध कार्य के लिए पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के प्रबंधन व रिसर्च स्कोलर्स को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शोध को बढ़ावा देने के लिए उद्योग क्षेत्र व मान्यता प्राप्त प्रतिष्ठानों के साथ सहभागिता करें। शोध को फैकल्टी सदस्यों तथा साथियों के साथ सांझा करें। गुणवत्ता परक शोध से विश्वविद्यालय की पहचान बनाये। उन्होंने कहा कि जागरूकता भी बहुत जरूरी है। शोध को तपस्या मानकर पूर्ण करें। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति अनीता सक्सेना, निदेशक डॉ. एसएस लोहचब, शोध सेल के प्रभारी एवं वरिष्ठ प्रो. डॉ. ध्रुव चौधरी तथा प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी ने स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की उपलब्धियों इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। विश्वविद्यालय की रिसर्च स्कोलर्स ने शोध के दौरान के अनुभव सांझा किए।
इस मौके पर उपायुक्त अजय कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु गर्ग, विश्वविद्यालय की कुलपति अनीता सक्सेना, निदेशक डॉ. एसएस लोहचब, संयुक्त निदेशक मोनिका, कुलसचिव डॉ. एचके अग्रवाल, राज्यपाल के संयुक्त सचिव अमरजीत सिंह, शोध सेल के प्रभारी एवं वरिष्ठ प्रो. डॉ. ध्रुव चौधरी, प्राचार्य डॉ. संजय तिवारी, डीन डॉ. केएस लैलर, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कुंदन मित्तल सहित विश्वविद्यालय के फैकल्टी सदस्य व रिसर्च स्कोलर्स मौजूद रहे।