इंद्री (बिशपाल राणा) : यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण क्षेत्र की हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई। करनाल से यमुनानगर को जोडऩे वाला मार्ग लगभग बंद हो गया है। बाढ़ ने करीब एक दर्जन गांव को अपनी चपेट में ले लिया है। जिससे कईं गांव का संपर्क शहर से कट गया है। बाढ़ के कारण हालात बद से बदतर हो गए है। प्रशासन की ओर से हाई फ्लड की घोषणा कर दी गई है। भाकियू नेता मनजीत लालर का कहना है कि जपती छपरा, सैयद छपरा, नगली, कमालपुर गडरियान आदि गांवों में बाढ़ का पानी आने के कारण खेतों में खड़ी धान, गन्ना, विभिन्न प्रकार की सब्जियां व पशुओं का चारा पूरी तरह से नष्ट हो गया है।
यदि समस्या ऐसी ही बनी रही तो पशुओं के भूखे मरने की स्थिति पैदा हो जाएगी। इसलिए प्रशासन को जल्द से जल्द उचित व्यवस्था करनी चाहिए। वर्जन विधायक रामकुमार कश्यप ने इंद्री विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर उनके साथ प्रशासन के संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। विधायक रामकुमार कश्यप ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ से निपटने के लिए सभी प्रकार के आवश्यक सामान को तैयार रखे ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इस दौरान विधायक ने किसानों की बाढ़ के कारण बर्बाद हुई फसलों का भी मौका निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि वे बाढ़ के कारण हुए नुकसान के बारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात करेंगे और बाढ़ के कारण उनकी फसलों में हुए नुकसान के बारे में बताएंगे।
उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि किसानों को बाढ़ के कारण हुई फसलों का अधिक से अधिक मुआवजा दिया जाए। उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बाढग्रस्त क्षेत्रों में खाने-पीने, दवाईयां इत्यादि सामान पहुंचाए ताकि बाढग्रस्त क्षेत्रों में लोगों को खाने-पीने की चीजों में दिक्कत न आए। उन्होंने पशु चिकित्सकों को निर्देश दिए कि वे बाढ़ ग्रस्त गांव में पशुओं के लिए दवाइयां व अन्य उपचार का प्रबंध जल्द से जल्द करें। उन्होंने कहा कि लोगों के साथ प्रशासन का पूरा सहयोग रहेगा और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। विधायक रामकुमार ने कहा कि प्रशासन ने बाढ से निपटने के लिए पहले से ही पुख्ता प्रबंध किए हुए है। उन्होंने बाढग्रस्त गांवों के लोगों बातचीत की और उनसे अपील की कि वे आपदा के समय घबराए नहीं, पूरा प्रशासन उनकी हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर है।