नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सावन सोमवार की जहां देशवासियों को शुभकामनाएं दीं वहीं उन्होंने कहा, कि आज सावन का पहला सोमवार है। इस पावन अवसर पर एक महत्वपूर्ण सत्र की शुरूआत हो रही है। संसद का मानसून सत्र आज शुरू हो रहा है। पूरे देश की नजर आज इस पर टिकी हुई हैं। ऐसे में यह एक सकारात्मक सत्र साबित होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, कि संसद के नए भवन के बाद जो पहला सत्र हुआ था, उसमें 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का आदेश दिया, उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास किया गया। प्रधानमंत्री की आवाज को रोकने का लोकतांत्रिक परंपराओं में कोई स्थान नहीं।
इसका किसी को कोई पश्चाताप तक नहीं है। पीएम मोदी ने कहा, कि भारत के लोकतंत्र की एक गौरवशाली यात्रा है, उसमें मैं यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर मुझे और सभी हमारे साथियों के लिए भी यह अत्यंत गर्व का विषय है कि तकरीबन 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आई और तीसरी पारी का पहला बजट रख रही है। पीएम मोदी ने आगे कहा, कि कल जो बजट हम पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट होगा। यह बजट आगामी पांच साल की दिशा तय करने वाला होगा। उन्होंने कहा कि यह बजट साल 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत करने वाला होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि यह प्रत्येक देशवासी के लिए गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश बना है। उन्होंने कहा कि हम पिछले 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने सभी सांसदों का आव्हान करते हुए कहा कि देश के सभी सांसदों से मैं अनुरोध करता हूं कि गत जनवरी से लेकर अब तक हमें जितना संघर्ष करना था, कर लिया और अब वो दौर खत्म हो चुका है, जनता ने अपना फैसला सुना दिया, ऐसे में सभी दलों से मैं कहना चाहता हूं कि पार्टी लाइन से ऊपर उठें और देश के लिए खुद को समर्पित करें और संसद के इस गरिमामय मंच का अगले साढ़े चार साल तक उपयोग करें।