नई दिल्ली । नए संसद परिसर में शुरु होने जा रहे विशेष सत्र से पहले अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि संसद का यह सत्र भले ही छोटा है लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अब देश हित में सभी निर्णय यहीं से लिए जाएंगे। बता दें कि अमृतकाल को लेकर सरकार द्वारा आहूत किया गया संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र आज से शुरू होने जा रहा है। संसद के विशेष सत्र की शुरुआत से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि समय के हिसाब से यह बहुत बड़ा ऐतिहासिक फैसलों का सत्र है।
इस सत्र की एक खासियत यह है कि 75 साल की यात्रा एक से शुरू हो रही है नई मंजिल, अब नई जगह से सफर को आगे बढ़ाते हुए, हमें 2047 तक देश को विकसित देश बनाना है। इसके लिए आने वाले समय के सभी फैसले नए संसद भवन में लिए जाएंगे। पीएम ने कहा कि चंद्रमा मिशन की सफलता–चंद्रयान-3 ने हमारा तिरंगा फहरा दिया है, शिव शक्ति प्वाइंट प्रेरणा का नया केंद्र बन गया है, तिरंगा प्वाइंट हमें गर्व से भर रहा है। जब ऐसी कोई उपलब्धि हासिल होती है तो दुनिया उसे आधुनिकता, विज्ञान और तकनीक से जोड़कर देखती है। जिससे कई अवसर और संभावनाएं भारत के दरवाजे पर दस्तक देती हैं।
पीएम मोदी ने कहा जी-20 में भारत इस बात के लिए हमेशा गर्व करेगा कि हम ग्लोबल साउथ की आवाज बनें। अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता और जी-20 में सर्वसम्मति से डिक्लेरेशन ये सारी बातें भारत के उज्ज्वल भविष्य के संकेत दे रही हैं। सोमवार को पहले दिन दोनों सदनों की कार्यवाही संसद के पुराने भवन में सुबह 11 बजे शुरू हुई। सोमवार को संसद में आजादी के 75 सालों की संसदीय यात्रा – संविधान सभा से लेकर आज तक की उपलब्धियां, यादों अनुभव और सबक पर चर्चा होने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से शुरू होने जा रहे संसद के विशेष सत्र में लोक सभा में अपना भाषण दे सकते हैं। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोक सभा में अपने भाषण के दौरान 75 वर्षों की संसदीय यात्रा और अमृतकाल को लेकर अगले 25 वर्षों के एजेंडे को लोक सभा के जरिए देश के सामने रख सकते हैं।