चंडीगढ़ : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा आज जाली फर्मों के जाली बिलों के द्वारा सरकार को करीब 25 करोड़ रुपए के जी. एस. टी का वित्तीय नुकसान पहुँचाने के दोषी सेमी धीमान को गिरफ़्तार किया गया है जो पाँच साल से अपनी गिरफ़्तारी से डरता हुआ फ़रार था।इस संबंधी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंधी मुकदमा नंबर 106 तारीख़ 05. 07. 2018 को आई. पी. सी. की धारा 420, 120- बी और जी. एस. टी एक्ट 2017 की धारा 132(1) के अंतर्गत थाना मंडी गोबिन्दढ़, ज़िला फतेहगढ़ साहिब में दर्ज किया हुआ है जिसकी अब पड़ताल विजीलैंस ब्यूरो के उड़न दस्ता- 1 पंजाब मोहाली के हवाले है।
उन्होंने बताया कि उक्त मुकदमे के दोषी सेमी धीमान निवासी मंडी गोबिन्दगढ़ और अन्य दोषियों की तरफ से आपसी मिलीभुगत करके जाली फर्मों और जाली बिल तैयार करके और आगे यह जाली बिल मंडी गोबिन्दगढ़ और लुधियाना की फर्मों को बेच कर जी. एस. टी चोरी की जाती थी। इस तरह दोषियों ने सरकार को करीब 25 करोड़ रुपए का वित्तीय नुकसान पहुँचाया है। उक्त दोषी सेमी धीमान काफ़ी लंबे समय से अपनी गिरफ़्तारी से डरता हुआ फ़रार था, जिसको इंस्पेक्टर सुखजिन्दर सिंह विजीलैंस ब्यूरो, उड़न दस्ता- 1 पंजाब, मोहाली द्वारा रेड करके गिरफ़्तार किया गया है। दोषी सेमी धीमान को अदालत में पेश करके दो दिन का रिमांड पुलिस हासिल किया गया। इस मुकदमे के बाकी भगौड़े दोषियों को गिरफ़्तार करने के लिए खोज की जा रही है।