चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान के किसानों की आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने के सहृदय और दूरदर्शी सोच के अंतर्गत बाग़बानी और लोक संपर्क विभाग पंजाब के मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने 21 अप्रैल, 2023 को सिवल सचिवालय चंडीगढ़ में अलग-अलग भाईवालों की एक मीटिंग की। इस मीटिंग में उन्होंने कृषि और सिंचाई में आ रही अलग-अलग समस्याओं के बारे चर्चा की और पानी और अन्य खनिज स्रोतों की ज़्यादा उपभोग वाली फसलों की जगह अन्य वैकल्पिक फसलें लगाने के बारे भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह कीमती स्रोत कई अन्य फसलें और सब्जियां, जो बढ़िया कारोबार प्रदान कर सकतीं हैं, के लिए और आर्थिकता में सुधार लाने में सहायक हो सकती हैं।
कैबिनेट मंत्री ने ज़िक्र किया कि खेत के मामले में पंजाब बहुत ही उपजाऊ क्षेत्र है, गुरू की इस पवित्र धरती पर न सिर्फ़ अनाज बल्कि कई अन्य फसलें या सब्जियाँ भी उगाईं जा सकती हैं। वैल्यु ऑडिशन और प्रोसेसिंग से यह वैकल्पिक खेती उत्पाद हमारे लिए और ज्यादा लाभदायक हो सकते हैं। इस सम्बन्धी श्री जौड़ामाजरा ने पंजाब में हरी मिर्च की काश्त को उत्साहित करने और इसके मानक उत्पादन, मंडीकरण और प्रोसेसिंग को मानक बनाने की संभावनाओं के बारे भी चर्चा की। उन्होंने आगे कहा, “इस कलस्टर के लागू होने से किसानों को मिर्चों के मानक उत्पादन के कारण उनकी काश्त का बेहतर मूल्य मिलेगा और इसके इलावा बढ़िया किस्म के उत्पादन के कारण किसान विश्व स्तर पर दूर-दराज की मंडियों में अपनी काश्त बेच सकेंगे।“
मंत्री ने बताया कि फ़िरोज़पुर, जालंधर, तरन तारन और संगरूर में मिर्चों की फ़सल 21940 एकड़ में 1.66 लाख मीट्रिक टन भाव एक लाख 66 हज़ार मीट्रिक टन से अधिक हुई है। कलस्टर में उगाईं गई मिर्चें एम. आर. एल. मुक्त हैं और इसमें कोई भारी धातू मौजूद नहीं होती, उचित कृषि ढंगों को अपनाने के कारण ऐसीं फसलों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में भी निर्यात किया जायेगा।चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने अधिकारियों को हिदायत की कि वे किसानों को बढ़िया उत्पादन के लिए जागरूक करें और उनको जैविक खेती की तरफ प्रेरित करने के साथ-साथ फसलों के उत्पादन में कीटनाशकों के कम से कम प्रयोग करने के लिए भी जागरूक करें। इस मीटिंग में पंजाब के अलग-अलग हिस्सों में सी. ए. स्टोर खोलने का प्रस्ताव भी दिया गया।
बाग़बानी विभाग के प्रमुख सचिव सुमेर सिंह गुर्जर ने मंत्री को उनकी सभी किसान भलाई पहलकदमियों को लागू करने का भरोसा दिलाया और बाग़बानी के डायरैक्टर शैलेंद्र सिंह ने वांछित नतीजे प्राप्त करने के लिए कीमती योगदान दिया। इस मीटिंग में पंजाब एग्रीकल्चरल इंडस्ट्रीज कारपोरेशन, मार्कफैड्ड के मैनेजिंग डायरैक्टर, पंजाब एग्रीकल्चरल इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के चेयरमैन, मार्कफैड्ड के चेयरमैन, पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन, पंजाब मंडी बोर्ड के सचिव, क्षेत्रीय दफ़्तर, ए. पी. आई. डी. ए., चंडीगढ़ के प्रमुख श्री हरप्रीत सिंह और आई. टी. सी., कपूरथला, सिरामिका, फिल्लौर और जालंधर के मैनेजिंग डायरैक्टर भी उपस्थित थे।