नयी दिल्ली। राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने कहा कि गृहमंत्री अनर्गल आरोप लगाने की बजाय शासन व्यवस्था संभालें, ताकि मणिपुर में शांति बहाली हो सके। उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन पर गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी के जवाब में कहा कि‘इंडिया’ गुट के खिलाफ ‘अनर्गल आरोप’ लगाने के बजाय क्या उन्हें मणिपुर और हरियाणा जैसी जगहों में शासन पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए। बता दें कि सिब्बल की टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब एक दिन पहले शाह ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में हस्तक्षेप करते हुए विपक्षी दलों के गठबंधन के चरित्र पर सवाल उठाया था और कहा था कि इसका असली चेहरा तब देखा गया जब यह सत्ता में बने रहने के लिए भ्रष्टाचार में लिप्त हो गया।
अमित शाह ने कहा कि संकट के ऐसे समय में राजनीतिक दलों और गठबंधनों का चरित्र सामने आ जाता है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का चरित्र किसी भी तरह से सरकार बचाने के लिए भ्रष्टाचार में लिप्त होना है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का चरित्र सिद्धांतों पर कायम रहना है।उन्होंने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सरकार बचाने के लिए किसी भी तरह की कुटिल रणनीति का सहारा नहीं लिया। वाजपेयी सरकार एक वोट कम होने से गिर गई थी।
इधर गृह मंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए सिब्बल ने कहा कि अमित शाह जी ‘इंडिया’ पर अनर्गल आरोप लगाने के बजाय शासन पर ध्यान क्यों नहीं देते? मणिपुर, हरियाणा, एमपी, महाराष्ट्र।’ सिब्बल ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर कहा कि आप कर्नाटक हार गए: भ्रष्टाचार। जल्द ही मध्य प्रदेश हारेंगे: भ्रष्टाचार। धर्म के साथ खेलने के बजाय विकास पर ध्यान केंद्रित करें। अपनी टिप्पणी में शाह ने यह भी दावा किया था कि विपक्ष ने अपने गठबंधन का नाम बदलकर ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस’ (इंडिया) कर लिया क्योंकि ‘संप्रग’ नाम अनगिनत घोटालों और भ्रष्टाचार से जुड़ा था।