चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार की तरफ से पंजाब भर में स्थापित किए ‘ स्कूल आफ एमिनेंस’ विद्यार्थियों का भविष्य सुनेहरा बनाने में मुख्य भूमिका निभाएंगे।राज्य भर के ‘स्कूल आफ एमिनेंस’ में नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्कूल एक नया अनुभव है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वपक्षीय विकास सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि इस कदम से अलग- अलग क्षेत्रों में विद्यार्थियों को निपुण बनने और सीखने का बढिय़ा अनुभव होगा। भगवंत मान ने कहा कि अति-आधुनिक सुविधाओं के साथ लैस यह स्कूल विद्यार्थियों को मानक शिक्षा मुहैया करवा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार पंजाब में शिक्षा क्षेत्र को मज़बूत करने के लिए पुरज़ोर कोशिशें कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्चों को मानक शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य के 23 जिलों में 117 ‘स्कूल आफ एमिनेंस’ स्थापित किए गए है। भगवंत मान ने कहा कि इन स्कूलों का ध्यान विद्यार्थियों को इंजनियरिंग, लॉ, कामर्स, यू.पी.एस.सी. एवं एन.डी.ए. सहित पाँच पेशेवर और प्रतियोगिता वाले कोर्स के लिए तैयार करने पर केन्द्रित है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि यह स्कूल मानक शिक्षा देने में मील का पत्थर साबित होंगे और इन स्कूलों के नतीजे स्कूल शिक्षा में नए युग का आग़ाज़ करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब भर में बढिया प्रदर्शन करने वाले ‘स्कूल आफ एमिनेंस’ के अध्यापकों का सम्मान करेगी। भगवंत मान ने विद्यार्थियों को कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-अलग क्षेत्रों में अपना स्थान बनाने के लिए वह कडी मेहनत करें।
इस वर्चुअल मुलाकात दौरान मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से इन स्कूलों संबंधी उनके अनुभव पूछे। भगवंत मान ने यह भी कहा कि वह विद्यार्थियों को मिल रही शिक्षा के बारे में उनकी प्रतिक्रिया लेने के लिए बाकायदा इस प्रकार की बैठके करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को बिना किसी डर से खुलकर अपने विचार रखने के लिए कहा और कहा कि यदि विद्यार्थियों को कोई शिकायत या कमी लगती है तो वह इस बारे में जानकारी सांझा कर सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इन विद्यार्थियों के लिए पंजाब भर के अहम स्थानों की ‘स्टडी यात्राओं’ का भी प्रबंध करेगी। उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थियों को पंजाब की अमीर संस्कृतिक विरासत के बारे में भी जानने का अवसर मिलेगा। इसके अतिरिक्त वह राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों की तरक्की से भी अवगत् होंगे, और विद्यार्थियों के व्यक्तिगत विकास में भी मदद मिलेगी। विद्यार्थियों को गर्मियों की छुट्टियाँ के लिए बधाई देते हुए भगवंत मान ने कहा कि वह इन छुट्टियाँ का प्रयोग अपने शिक्षा के कौशल को और तराशने के लिए करे।