मोरनी : शनिवार को मोरनी के टिक्कर ताल मार्ग पर एक स्कूल बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। हादसा उस वक्त हुआ जब मलेरकोटला पब्लिक स्कूल की एक बस बच्चों को लेकर जा रही थी। इस हादसे में बस में सवार 9 बच्चे और चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा का करण ब्रेक फेल होना बताया जा रहा है। हादसा इतनी गंभीर था कि बस के कई हिस्से टूट गए और उसमें सवार बच्चों को गंभीर चोटें आईं। दुर्घटनास्थल पर स्थानीय लोग तुरंत राहत कार्य में जुट गए और घायलों को खाई से निकालकर पंचकूला के नागरिक अस्पताल भेजा। चालक की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है, जबकि बच्चों को भी गहरी चोटें आई हैं। सभी घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर क्षेत्र की सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे के बाद क्षेत्र में तनाव और चिंता का माहौल है। मोरनी के टिक्कर ताल मार्ग पर हुए भीषण बस हादसे के बाद जिला उपायुक्त यश गर्ग और डीसीपी हिमांद्वी कौशिक ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य की निगरानी की। उन्होंने गंभीर रूप से घायल बच्चों और चालक का हालचाल लिया और फौरन उन्हें अस्पताल भेजने के आदेश दिए। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने बिना समय गंवाए घायलों को बचाने में अहम भूमिका निभाई। उपायुक्त यश गर्ग ने सोमवार को लोक निर्माण विभाग और स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर क्षेत्र का दौरा करने का ऐलान किया। उनका उद्देश्य सड़क की खामियों को ढूंढ़कर उन्हें तुरंत सुधारने का है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें।
प्रशासन की तत्परता और लोगों की सहायता से घायलों को समय पर चिकित्सा सुविधा मिल पाई, जिससे स्थिति और खराब होने से बच गई। मोरनी के टिक्कर ताल मार्ग पर हुए बस हादसे ने प्रशासन को सड़क सुरक्षा पर त्वरित कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। इस हादसे में मलेरकोटला पब्लिक स्कूल के 9 बच्चे और बस चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। उपायुक्त यश गर्ग ने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है, और इसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासन अब सड़क सुरक्षा सुधार के लिए विशेष योजनाएं लागू करेगा। लोक निर्माण विभाग और पंचायतों के साथ मिलकर उन सभी जगहों की पहचान की जाएगी जहां सड़कें खतरनाक हैं और तत्काल सुधार कार्य शुरू किया जाएगा। टिक्कर ताल मार्ग, जहां यह हादसा हुआ, पहले भी कई दुर्घटनाओं का गवाह रहा है। प्रशासन ने अब ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
बस चालक की दोनों टांगें टूटी, अस्पताल में चल रहा इलाज – मोरनी बस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 9 बच्चों और चालक की स्थिति नाजुक बनी हुई है। पंचकूला के नागरिक अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है। चिकित्सा अधिकारी डॉ. सागर जोशी के अनुसार, बस चालक विनोद कुमार की दोनों टांगें टूट चुकी हैं और उनकी हालत बेहद गंभीर है। बच्चों को भी सिर, हाथ और पैर में गंभीर चोटें आई हैं, जिससे उसकी हालत चिंताजनक है। हादसे के बाद प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया, और स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को समय रहते अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों की एक टीम बच्चों और चालक की देखभाल में लगी हुई है, और उनकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है। यह हादसा बेहद दर्दनाक है और बच्चों के परिवारों में चिंता का माहौल है।
मोरनी हादसे के बाद स्कूली बच्चों के लिए होटल में ठहराया, खाने-पीने की व्यवस्था की गई – मोरनी में हुए बस हादसे के बाद प्रशासन ने घायल बच्चों की देखभाल के साथ-साथ अन्य बच्चों के लिए भी त्वरित कदम उठाए हैं। मलेरकोटला पब्लिक स्कूल के 100 से अधिक बच्चे मोरनी घूमने आए थे, और हादसे के बाद प्रशासन ने तुरंत अन्य बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था की। पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी, जिला परिषद के चेयरमैन सुनील शर्मा और मोरनी की महिला सरपंच काजल शर्मा ने मिलकर निजी गाडिय़ों से बच्चों को मोरनी के एक निजी होटल में ठहराया और उनके खाने-पीने की व्यवस्था करवाई। प्रशासन की यह त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, जिसने सुनिश्चित किया कि बच्चों को इस कठिन परिस्थिति में कोई परेशानी न हो।