अहमदाबाद । लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल में अदम्य साहस,दूरदर्शी नेतृत्व और असाधारण समर्पण का भाव कूट कूटकर भरा हुआ था। यही वजह है कि राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी हम सभी का मार्गदर्शन करती है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की 148वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ इसी तरह का भाव व्यक्त किया।मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सरदार पटेल की जयंती पर, हम उनकी अदम्य भावना, दूरदर्शी नेतृत्व और असाधारण समर्पण को याद करते हैं जिससे उन्होंने हमारे राष्ट्र के भाग्य को आकार दिया।
राष्ट्रीय एकता के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी हमारा मार्गदर्शन करती है। हम हमेशा उनकी ऋणी रहेंगे। सरदार पटेल देश के पहले गृह मंत्री थे और उन्होंने आजादी के बाद भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसलिए उनकी जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई प्रमुख नेताओं ने भी सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रीय राजधानी के पटेल चौक पर आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू, धनखड़, शाह और अन्य नेताओं ने भारत के पहले गृह मंत्री की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।
उल्लेखनीय है कि सरदार पटेल देश के पहले गृह मंत्री थे और उन्होंने आजादी के बाद भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इसलिए उनकी जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। शाह ने ‘एक्स पर कहा कि भारत की एकता और समृद्धता सरदार वल्लभभाई पटेल जी के जीवन का एकमात्र ध्येय था। गृह मंत्री ने कहा कि अपनी चट्टान जैसी दृढ़ इच्छाशक्ति, राजनीतिक विद्वता व कठोर परिश्रम से 550 से अधिक रियासतों में बंटे भारत को एक संगठित राष्ट्र बनाने का काम किया। उन्होंने ‘एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘सरदार साहब का राष्ट्र को समर्पित जीवन व देश के पहले गृह मंत्री के रूप में देश-निर्माण के कार्य हमें सदैव प्रेरणा देते रहेंगे। लौह पुरुष सरदार पटेल जी को उनकी जन्म-जयंती पर कोटिश: नमन व सभी देशवासियों को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस की शुभकामनाएं। पटेल चौक पर हुए समारोह में दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी समेत अन्य लोग शामिल हुए।