चंडीगढ़ : पंजाब के रोजग़ार उत्पत्ति, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा ने पंजाब कौशल प्रशिक्षण स्कीम को अंतिम रूप देने के लिए विभाग के अधिकारियों को वर्किंग ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान की दूरदर्शी सोच अनुसार राज्य के नौजवानों के कौशल को तराश कर उनको रोजग़ार प्राप्ति के समर्थ बनाया जा सके। अमन अरोड़ा यहाँ पेडा कंपलैक्स में प्रस्तावित स्टेट कौशल प्रशिक्षण स्कीम और मल्टी स्किल डिवैल्पमैंट सैंटरों के और उचित प्रयोग के बारे ओपन हाऊस चर्चा सैशन के दौरान भाईवालों और प्रशिक्षण पार्टनरों को संबोधन कर रहे थे।
प्रस्तावित कौशल प्रशिक्षण स्कीम के बारे बात करते हुये अमन अरोड़ा ने बताया कि इस स्कीम के अंतर्गत समाज के कमज़ोर वर्ग के उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देने के इलावा सरकारी स्कूलों, कालेजों, यूनिवर्सिटियों, आई. टी. आईज़., पोलीटेकनिक, मल्टी स्किल डिवैल्पमैंट सैंटरों (एम. एस. डी. सीज़), हैल्थ सैक्टर डिवैल्पमैंट सैंटरों (एच. एस. डी. सीज़), ग्रामीण कौशल केंद्रों ( आर. एस. सीज़) के विद्यार्थियों/ उम्मीदवारों और उन तजुर्बेकार उम्मीदवारों, जिनके पास कौशल प्रमाण पत्र नहीं हैं, को थोड़े समय ( दो महीने से एक साल) के प्रशिक्षण कोर्स करवाए जाएंगे। कैबिनेट मंत्री ने मल्टी स्किल डिवैल्पमैंट सैंटरों ( एम. एस. डी. सीज) के सर्वोत्त्म प्रयोग को यकीनी बनाने के लिए भाईवालों के साथ विचार-विमर्श भी किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में पाँच मल्टी स्किल डिवैल्पमैंट सैंटर, तीन हैल्थ स्किल डिवैल्पमैंट सैंटर और 198 ग्रामीण कौशल केंद्र कार्यशील हैं।
औद्योगिक ज़रूरतों और कुशल स्टाफ के बीच के अंतर को पाटने पर पूर्ण पर ध्यान केंद्रित करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते अमन अरोड़ा ने अधिकारियों को उद्योग की ज़रूरतों अनुसार कोर्सों को डिज़ाइन करने के लिए कहा। उन्होंने प्रस्तावित कौशल प्रशिक्षण स्कीम के बारे भाईवालों से सुझाव भी माँगे। प्रमुख सचिव रोजग़ार उत्पत्ति, कौशल विकास और प्रशिक्षण जसप्रीत तलवार ने सभी भाईवालों और प्रशिक्षण पार्टनरों का स्वागत किया। इस मौके पर उप चेयरपर्सन पंजाब विकास आयोग सीमा बांसल, डायरैक्टर सुश्री अमृत सिंह और तकनीकी शिक्षा, उद्योग, उच्च शिक्षा, स्कूल शिक्षा विभागों के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। इस समागम में औद्योगिक ऐसोसीएशनों, एन. एस. डी. सी., सी. आई. आई., फीक्की ( एफ. आई. सी. सी. आई.), नाबार्ड, सी-पाइट, ट्रेनिंग पार्टनरज़, एस. एस. सीज़ के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।