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पंजाब सरकार ने 32 महीनों में 50,000 युवाओं को दी सरकारी नौकरियां, और नौकरियां जल्द : मुख्यमंत्री की घोषणा

पटियाला : मिशन रोजगार जारी रखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को घोषणा की कि अब तक लगभग 50,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं। इसके साथ ही, युवाओं को और अधिक सरकारी नौकरियां देने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य प्रमुख विभागों में जल्द ही भर्ती अभियान शुरू किया जाएगा। यहां नौजवानों को नियुक्ति पत्र सौंपने के अवसर एकत्रीकरण को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को जीवन में सफलता के अधिकतम अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और अब तक 50,000 के करीब सरकारी नौकरियां दी जा चुकी है। उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं के लिए नए रास्ते खोले जाएंगे, ताकि वे राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन सकें।

भगवंत सिंह मान ने कहा कि युवाओं को नई नौकरियां प्रदान करने के साथ-साथ, उन युवाओं के लिए भी समाधान खोजा जा रहा है, जो संघर्ष करते हुए उम्र की सीमा पार कर चुके हैं। उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है और जीत की कुंजी केवल कड़ी मेहनत है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे कठिन परिश्रम करें और अपने जीवन में अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करें।भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इस नेक कार्य में युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की भलाई सुनिश्चित करने और रोजगार के नए अवसर खोलने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। भगवंत सिंह मान ने कहा कि गर्व की बात है कि अब तक लगभग 50,000 युवा योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियों के लिए चुने गए हैं। उन्होंने कहा कि अब यह नौजवान सरकार का अभिन्न अंग बन गए हैं और अब इनको मिशनरी भावना के साथ लोगों की सेवा करनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने युवाओं को जीवन में सफलता हासिल करने के लिए पैराशूट की बजाए जमीन से जुड़ कर चलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो लोग ज़मीन से जुड़कर मेहनत करते हैं, वे दुनिया को जीत लेते हैं। उन्होंने कहा कि मेहनती व्यक्तियों के लिए केवल आकाश ही सीमा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पैराशूट से सीधे आसमान से उतरने वाले लोग कभी न कभी जमीन पर गिरते ही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विभागों में खाली पदों को तुरंत भरने की प्रक्रिया अपनाती है। उन्होंने बताया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से की गई है, जिससे इन लगभग 50,000 नौकरियों में से किसी एक नियुक्ति को भी अब तक किसी अदालत में चुनौती नहीं दी गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह पंजाब सरकार के लिए गर्व की बात है कि इन युवाओं को पूरी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब ये युवा सरकार का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं और इन्हें समर्पित भावनाओं के साथ जनता की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि नए नियुक्त कर्मचारी अपनी कलम का उपयोग समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि नव-नियुक्त युवाओं को अधिक से अधिक लोगों के कल्याण को सुनिश्चित करना चाहिए ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी उपलब्धियों पर अहंकार न करें, बल्कि विनम्रता से काम करें और अधिक सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें। भगवंत सिंह मान ने नए नियुक्त युवाओं से कहा कि ऊंचे पदों पर पहुंचने के बाद भी जमीन से जुड़े रहें और कठिन परिश्रम में विश्वास रखें क्योंकि यही सफलता की असली कुंजी है। उन्होंने कहा कि युवाओं को इस मंच का उपयोग जीवन में आगे बढ़ने के साथ-साथ अच्छे इंसान बनने के लिए करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने पंजाब को मेडिकल शिक्षा का केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि एस.ए.एस. नगर (मोहाली), कपूरथला, संगरूर, होशियारपुर और मलेरकोटला में बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य पूरी तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों का उद्देश्य राज्य को देश में चिकित्सा शिक्षा का मुख्य केंद्र बनाना है, जिससे पंजाब के लोगों को बहुत लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए हाईटेक सेंटर खोल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये केंद्र युवाओं को यूपीएससी की परीक्षा पास करने और राज्य व देशभर में महत्वपूर्ण पदों पर बैठने के लिए उच्च स्तर की शिक्षा प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि हमारे युवा उच्च पदों पर बैठकर देश की सेवा करें।

भगवंत सिंह मान ने तंज कसते हुए कहा कि सुखबीर सिंह बादल पंजाब का एक कॉन्वेंट स्कूलों में पढ़ा हुआ राजनीतिक नेता है, जिसे राज्य की भौगोलिक स्थिति का ज्ञान नहीं है, लेकिन सत्ता हासिल करना चाहता है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके परिवार का रिकॉर्ड हमेशा पंजाब के हितों को नजरअंदाज करने के कारण संदिग्ध रहा है। कैप्टन का परिवार हमेशा राज्य-विरोधी ताकतों, चाहे वह मुगल हों, अंग्रेज हों या अब भाजपा हो, इन दुश्मन ताकतों के साथ खड़ा होकर पंजाब को धोखा दे रहा है। इसी तरह भगवंत सिंह मान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुमलों के विशेषज्ञ हैं, जो किसी भी घटना या स्थान से खुद को जोड़ सकते हैं।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, एमएलएम समाना चेतन सिंह जौड़ामाजरा, पटियाला के विधायक अजीत पाल सिंह कोहली, घनौर के विधायक गुरलाल घनौर, नाभा के विधायक गुरदेव सिंह देव मान, शुतराणा के विधायक कुलवंत सिंह, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव कुमार राहुल, डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू, डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव, एसएसपी डॉ. नानक सिंह, एडीसी अनुप्रिता जौहल और नवरीत कौर सेखों, सनौर के विधायक हरमीत सिंह पठाणमाजरा की पत्नी सिमरनजीत कौर पठाणमाजरा, बलतेज पन्नू, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मेघ चंद शेरमाजरा, जिला योजना समिति के चेयरमैन जस्सी सोहियांवाला, एसडीएम इसमत विजय सिंह, स्वास्थ्य सेवाओं की निदेशक डॉ. हतींदर कौर, परिवार कल्याण निदेशक डॉ. जसविंदर, और सिविल सर्जन डॉ. जतिंदर कांसल भी उपस्थित थे।

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