नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सूरीनाम के सर्वोच्च सम्मान ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार से नवाजा गया। मुर्मू देश के राष्ट्रपति बनने के बाद सूरीनाम की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं। उन्होंने अपने आधिकारिक राष्ट्रपति भवन हैंडल से एक ट्वीट में कहा, मैं सूरीनाम का सर्वोच्च सम्मान, ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार प्राप्त कर बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा, यह मान्यता न केवल मेरे लिए बल्कि भारत के उन 1.4 बिलियन लोगों के लिए भी अत्यधिक महत्व रखती है, जिनका मैं प्रतिनिधित्व करता हूं।
मैं यह सम्मान भारतीय-सूरीनाम समुदाय की आने वाली पीढिय़ों को भी समर्पित करता हूं, जिन्होंने हमारे दोनों देशों के बीच भ्रातृत्व को समृद्ध करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्रपति ने कहा ?कि सूरीनाम में भारतीय आगमन की 150वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक स्मरणोत्सव के दौरान यह सम्मान प्राप्त करना इसे और विशेष बनाता है। यदि यह सम्मान हमारे दोनों देशों में महिलाओं के लिए सशक्तिकरण और प्रोत्साहन के प्रकाश स्तंभ के रूप में कार्य करता है, तो यह और भी सार्थक बन जाता है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति मुर्मू सूरीनाम के तीन दिवसीय दौरे पर हैं, जो मंगलवार को समाप्त हो रहा है। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते भी हुए। चिकित्सा उत्पाद विनियमन, अच्छी प्रथाओं के आदान-प्रदान और क्षमता निर्माण के क्षेत्र में सहयोग के लिए फार्मास्यूटिकल्स और दवा नियामकों से संबंधित पहला समझौता हुआ। फार्मास्युटिकल क्षेत्र से संबंधित एक अन्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। सूरीनाम की ओर से भारतीय फार्माकोपया की मान्यता से भारतीय फार्माकोपिया मानकों के अनुसार सूरीनाम में भारत द्वारा निर्मित फार्मा उत्पादों की बिक्री की सुविधा मिलने की उम्मीद है। मौजूदा एमओयू के तहत 2023 से 2027 की अवधि के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में एक संयुक्त कार्य योजना पर भी हस्ताक्षर किए गए और उसका आदान-प्रदान किया गया।