चंडीगढ़ । पंजाब की राजनीति में पितामाह कहे जाने वाले एवं लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे श्री प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार को निधन हो गया। प्रकाश सिंह बादल ने मंगलवार शाम आखिरी सांस ली। वह काफी लंबे समय से बीमार थे। मोहाली में उनका इलाज चल रहा था। प्रकाश सिंह बाद ने मंगलवार को अंतिम सांस ली। मौत की खबर सुनते ही पंजाब के साथ-साथ पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है या यूं कहें कि पंजाब की सियासत को एक बड़ा झटका लगा है।
प्रकाश सिंह बादल ने 1947 में राजनीति में पदार्पण किया था। 1957 में पहला विधानसभा चुनाव जीता था। 1969 में प्रकाश सिंह बादल दोबारा विधायक बने थे। वहीं प्रकाश सिंह बादल 1970-71, 1977-80, 1997-2002 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे।प्रकाश सिंह बादल का जन्म आठ दिसंबर 1927 को पंजाब के छोटे से गांव अबुल खुराना के जाट सिख परिवार में हुआ था।
प्रकाश सिंह बादल की पत्नी सुरिंदर कौर का भी देहांत हो चुका है। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल उनके बेटे हैं। प्रकाश सिंह बादल 1970-71, 1977-80, 1997-2002 तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहे। वहीं 1972, 1980 और 2002 में नेता विपक्ष भी रहे थे। प्रकाश सिंह बादल सांसद भी रह चुके हैं। केंद्र में मंत्री भी रह चुके थे। एक मार्च 2007 से 2017 उन्होंने दो बार मुख्यमंत्री का दायित्व संभाला था।