चंडीगढ़ – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले साढ़े 8 वर्षों में गरीब, किसान, मजदूर, व्यापारी सहित हर वर्ग के कल्याण के लिए काम किया है। नई-नई योजनाएं चलाकर समाज के प्रत्येक वर्ग को लाभान्वित कर उनके जीवन को सुगम बनाया है। राज्य सरकार का मुख्य ध्येय गरीब कल्याण है, ताकि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। इसके लिए राज्य सरकार ने 6 एस- शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वाभिमान, स्वावलंबन और सुशासन पर फोकस कर हर क्षेत्र में हरियाणा को आगे बढ़ाने का काम किया है। आज जनता राज्य सरकार द्वारा जनसेवा के लिए किए गए कार्यों से खुश है और उनमें विश्वास बढ़ा है कि अब प्रदेश में ऐसी सरकार है, जो गरीबों व वंचितों की चिंता करती है।
मुख्यमंत्री हिसार में गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। मनोहर लाल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं। नई शिक्षा नीति को प्रदेश में 2025 तक लागू करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि बच्चों में राष्ट्रीयता की भावना जागृत हो और बच्चे संस्कारवान भी बने। इसके अलावा, शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए प्रदेश में मॉडल संस्कृति स्कूल शुरू किए हैं। साथ ही, 4 हजार प्ले-वे स्कूल स्थापित किए जाएंगे, ताकि बच्चों की बुनियाद बचपन से ही मजबूत बने।
चिरायु हरियाणा योजना से प्रदेश के 30 लाख परिवारों को हो रहा लाभ – मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार ने जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ देने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाकर चिरायु हरियाणा नामक नई योजना की शुरुआत की, ताकि प्रदेश के अधिक से अधिक लोग इस योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपये के बीमा कवर का लाभ प्राप्त कर सकें। आयुष्मान भारत योजना में पहले प्रदेश के 15 लाख परिवार कवर हो रहे थे, लेकिन चिरायु हरियाणा योजना के बाद अब प्रदेश में यह संख्या 30 लाख हो गई है। इसके अलावा, एक और नई पहल करते हुए राज्य सरकार ने निरोगी हरियाणा योजना चलाई है, जिसके तहत नागरिकों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा, ताकि किसी भी बीमारी का प्रारंभिक स्तर पर ही पता लग सके। पहले चरण में 1.80 लाख रुपये वार्षिक आय से कम वाले परिवारों को लिया गया है और 1 करोड़ 21 लाख सदस्यों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाना है। इस योजना में 25 प्रकार के टेस्ट किए जाते हैं।
वर्ष 2014 में सोनीपत में केवल एक महिला थाना था, जबकि आज 29 महिला थाने हैं – मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति सही है। राज्य सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिलाओं के लिए अलग से थाने बनाएं हैं। वर्ष 2014 में सोनीपत में केवल एक महिला थाना था, जबकि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में आज 29 महिला थाने हैं। इतना ही नहीं, बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने के लिए भी अलग से साइबर थाने बनाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अति गरीब परिवारों की आय में वृद्धि कर उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना शुरू की गई। इस योजना के तहत प्रदेश के ऐसे परिवार, जिनकी आय 1 लाख रुपये वार्षिक से कम है, ऐसे परिवारों की आय को 1.80 लाख रुपये करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए प्रदेश में अंत्योदय मेले लगाए गए, जिनमें ऐसे परिवार के सदस्यों को स्व रोजगार के लिए ऋण उपलब्ध करवाया गया है।
कार्यकर्ता योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाएं ताकि अधिक से अधिक लोग उठा सकें योजनाओं का लाभ – मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं को कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाएं, ताकि जनता उनके लिए चलाई गई कल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सके। उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता को एक राष्ट्र एक जन की सोच के साथ काम करना चाहिए तभी हम राष्ट्र के साथ जनता को जोड़ पाएंगे। जातियों, वर्गों में बंटकर यदि हम सोचेंगे तो देश को मजबूत नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ये तेरा है, ये मेरा है, ऐसा छोटी सोच के व्यक्ति विचार करते हैं। उदार हृद्य के व्यक्ति की सोच सारा विश्व मेरा परिवार है ऐसी होती है। इसलिए देश और समाज हित में केंद्र व प्रदेश सरकार ने जितने काम किए हैं, उन बातों को जनता तक पहुंचाएं।