हिरोशिमा । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जापान के हिरोशिमा में जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, अर्थव्यवस्था और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-जापान की मित्रता को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। पीएम मोदी, फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर जापानी अध्यक्षता के तहत हो रहे जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी ने कहा कि मैं आपको जी-7 के शानदार आयोजन के लिए बधाई देता हूं। आपकी (प्रधानमंत्री किशिदा) भारत यात्रा एक यादगार यात्रा थी। मैंने जो बोधि वृक्ष आपको दिया था, उसको आपने हिरोशिमा में लगाया और जैसे-जैसे वो बढ़ेगा भारत-जापान के संबंधों को मजबूती मिलेगी। यह वो वृक्ष है जो बुद्ध के विचारों का अमरत्व प्रदान करता है। बता दें कि शुक्रवार को पीएम मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में हिरोशिमा पहुंचे और उनके 40 से अधिक कार्यक्रमों में भाग लेने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि पीएम ने हिरोशिमा में पीएम किशिदा से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने व्यापार, अर्थव्यवस्था और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत-जापान मित्रता को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने संबंधित जी-7 और जी-20 प्रेसीडेंसी के प्रयासों के तालमेल के तरीकों और ग्लोबल साउथ की आवाज को उजागर करने की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने समकालीन क्षेत्रीय विकास और भारत-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को गहरा करने पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज भी दुनिया ‘हिरोशिमा’ शब्द सुनते ही कांप जाती है। मुझे जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए अपनी जापान यात्रा के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर मिला।
पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद की लड़ाई से जूझ रहा है। बापू के आदर्श में जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद की लड़ाई को जीतने का उत्तम से उत्तम मार्ग है। उनकी जीवनशैली, प्रकृति के प्रती सम्मान, समन्वय और समर्पण का उत्तम उदाहरण रही है। उन्होंने आगे कहा कि हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा अहिंसा के विचार को आगे बढ़ाएगी। मेरे लिए यह जानना एक महान क्षण है कि मैंने जापानी पीएम को जो बोधि वृक्ष उपहार में दिया था, वह यहां हिरोशिमा में लगाया गया है, ताकि लोग यहां आने पर शांति के महत्व को समझ सकें।