चंडीगढ़ : पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जारी मुहिम के दौरान शुक्रवार को तहसील पट्टी के माल हलका कीडिय़ां के सेवामुक्त पटवारी रमेश चंद्र और उसके पुत्र विशाल शर्मा को दो किश्तों में 11,000 रुपए रिश्वत लेने के दोष अधीन गिरफ़्तार किया है।इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये राज्य विजीलैंस ब्यूरो के सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त दोनों मुलजिमों के खि़लाफ़ यह मुकदमा गाँव कीडिय़ां जि़ला तरन तारन के निवासी सकत्तर सिंह द्वारा ब्यूरो के टोल फ्री नंबर पर दर्ज करवाई शिकायत की पड़ताल के आधार पर दर्ज किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि तफ्तीश के दौरान यह बात सामने आई है कि कथित मुलजिम पटवारी और उसके लडक़े विशाल ने शिकायतकर्ता से कृषियोग्य ज़मीन की मालकी सम्बन्धी माल रिकार्ड में दरुसती करने के बदले दो किश्तों में 11,000 रुपए की रिश्वत ली है।शिकायतकर्ता ने दोष लगाया है कि उक्त पटवारी ने उसके पिता की करीब 10 एकड़ (81 कनाल) ज़मीन के मालकी रिकार्ड में छेड़छाड़ करके उसके चाचे के पुत्रों को उनकी कृषियोग्य ज़मीन के सह-मालिक बना दिया था। जब उसने इस सम्बन्धी पटवारी को शिकायत की तो मुलजिम पटवारी ने माल रिकार्ड ठीक करने के लिए 10 हज़ार रुपए की माँग की। उसने आगे दोष लगाया कि दोषी पटवारी ने मौके पर ही 1000 रुपए ले लिए और 10,000 रुपए और रिश्वत के तौर पर देने के लिए कहा।
प्रवक्ता ने बताया कि पड़ताल के दौरान यह सिद्ध हुआ कि दोषी पटवारी ने 29. 09. 2017 को कस्बा हरीके में हरदेव सिंह सुनार की दुकान पर अपने लडक़े विशाल शर्मा के द्वारा 10,000 रुपए लिए थे। यह घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्धी दोनों मुलजिमों के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे जांच जारी है।