चण्डीगढ़ – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जन संवाद कार्यक्रम के दौरान फील्ड से लोगों द्वारा लिखित में दी गई शिकायतों का पंजीकरण जन संवाद पोर्टल पर करें और श्रेणीवार इनका शीघ्र समाधान करें। मुख्यमंत्री यहां जन संवाद पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के समाधान के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में विकास एवं पंचायत तथा उच्चतर शिक्षा विभाग से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतों की समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास एवं पंचायत विभाग से सम्बन्धित अधिकतर मामले इंजीनियरिंग वर्कस से जुड़े हैं, इसलिए अनुमान तैयार करने के लिए राजकीय विश्वविद्यालयों व बहुतकनीकी संस्थानों में सिविल इंजीनियर कर रहे अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को कनिष्ठ अभियंताओं के साथ जोड़ा जाए, ताकि कनिष्ठ अभियंताओं को अनुमान तैयार करने में सहयोग मिल सके।
बैठक में जानकारी दी गई कि शीघ्र ही इंजीनियरिंग कार्य से जुड़े विभागों के कनिष्ठ अभियंताओं की सूची विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन उपलब्ध करवा दी जाएगी और तीन दिन में विद्यार्थी कनिष्ठ अभियंता के साथ काम करने के लिए विकल्प दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यों की मैपिंग कर श्रेणीवार सूची बनाई जाए। बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि विकास एवं पंचायत विभाग से 23,364 विकास कार्य, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से 2370 तथा शहरी स्थानीय निकाय विभाग से 1281 विकास कार्य सूचीवद्ध हैं।
जन संवाद कार्यक्रम के दौरान शिकायतों के निपटान के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एके सिंह, बिजली निगमों के चेयरमैन पीके दास, सेवा का अधिकार आयोग के मुख्य आयुक्त टीसी गुप्ता तथा मुख्यमंत्री के सहलाहकार (सिंचाई) देवेन्द्र सिंह को विशेष जिम्मेवारी सौंपी गई है। इस अवसर पर वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनन्द मोहन शरण, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, उच्चतर शिक्षा के महानिदेशक राजीव रत्तन, हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद के चेयरमैन कैलाश चन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।