चंडीगढ़- हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी सप्ताह में एक बार स्कूलों का निरीक्षण करना सुनिश्चित करें और जिन सरकारी स्कूलों में कमियां हैं उन्हें तुरंत दुरुस्त किया जाए। इसके अलावा, बोर्ड की कक्षाओं के रिजल्ट को चैलेंज के रूप में लेकर कार्य करें। स्कूल शिक्षा मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के डीईओ, डीईईओ, बीईओ के साथ हुई बैठक को संबोधित कर रहे थे। स्कूलों में निरीक्षण के दौरान यदि कोई अध्यापक गैरहाजिर मिले तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए
कंवरपाल ने डीईओ, डीईईओ, बीईओ को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर कोई अध्यापक स्कूल में उपस्थित नहीं है तो उस अध्यापक की गैरहाजरी लगी होनी चाहिए। यदि चेकिंग के दौरान कोई अध्यापक गैरहाजिर मिले तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। स्कूलों में निरीक्षण करने के लिए प्रत्येक ज़िले में 10 अधिकारियों की सूची जारी की गई है। उन्होनें अधिकारियों को बोर्ड कक्षाओ के रिज़ल्ट, स्कूल निरीक्षण को लेकर भी सवाल पूछे।
स्कूल में बच्चें की कम उपस्थिति व पढ़ने में कमजोर होने पर अभिभावकों से करें अध्यापक बात – उन्होंने कहा कि स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं जैसे पीने का पानी, शौचालय, पंखे, इत्यादि की कोई कमी न रहे। कंवर पाल ने कहा कि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने व यदि बच्चा पढ़ने में कमजोर हो तो अध्यापक बच्चों के अभिभावकों से फ़ोन पर बातचीत करें। उन्होंने कहा कि अभिभावकों से फ़ोन पर बातचीत करने से उन्हें पता चलेगा कि उनका बच्चा स्कूल में उपस्थित नहीं है दूसरा वह पढ़ाई में कितना होशियार है इसकी जानकारी भी अभिभावकों को मिलेगी।
बच्चों से टेबलेट का उपयोग अधिक से अधिक करवाया जाए – स्कूल शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जो टैबलेट बच्चों को दिए गए हैं उनका इस्तेमाल अधिक से अधिक करवाया जाए। इसके लिए बच्चों को टैबलेट पर असाइनमेंट दिया जाए। साथ ही, अध्यापक भी टैबलेट का उपयोग शत प्रतिशत करें।
स्कूलों की खूबियों का विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर करें शेयर – कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश के जिलों में जहां पर स्कूल बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, ऐसे स्कूलों में दूसरे स्कूलों के प्रिंसिपल जाकर विज़िट करें ताकि उन स्कूलों की खूबियों को अपनाया जा सके। उन्होंने सम्बंधित जिलों के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन स्कूलों में खूबियां है उनके कार्यो को सोशल मीडिया पर शेयर किया जाए ताकि लागों को सरकारी स्कूलों की खूबियों के बारें में जानकारी मिलें। बैठक में माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक अंशज सिंह, मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक अशोक कुमार गर्ग सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहें।