पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार के कैबिनेट विस्तार होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। सूत्रों की मानें तो इस बार हर कोटे को खुश करने का प्रयास किया जा रहा है। आगामी कुछ दिनों में सीएम नीतीश अपने कैबिनेट में कुछ और मंत्रियों को शामिल कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस और राजद कोटे से दो-दो विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। राजद की ओर से दोबारा राजपूत और भूमिहार चेहरे को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है।
वहीं, कांग्रेस को अगर दो सीटों का कोटा मिलता है, तो माना जा रहा है कि एक सवर्ण और एक पिछड़ी जाति के चेहरे को मौका मिल सकता है। इसी क्रम में बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अखिलेश प्रसाद सिंह और बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने का कार्यक्रम है।गौरतलब है कि नीतीश कैबिनेट में कांग्रेस की ओर से फिलहाल आफाक अहमद और मुरारी गौतम मंत्री हैं और कांग्रेस लंबे समय से अपने अन्य नेताओं को कैबिनेट में शामिल करने की मांग करती रही है। कांग्रेस अपनी पार्टी से दो लोगों को मंत्री बनाना चाहती है। हालांकि माना यह भी जा रहा है कि नीतीश सरकार में आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कुछ नए लोगों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा।
जानकारी यह भी मिल रही है कि सुधाकर सिंह और कार्तिक मास्टर के रिप्लेसमेंट के तौर पर उसी कोटे को भरा जाएगा। राजपूत कोटा से डब्लू सिंह और चेतन आनंद हो सकते हैं तो भूमिहार कोटा से कार्तिक मास्टर फिर से बनाए जा सकते हैं। वहीं, कांग्रेस से विजय शंकर दुबे, आनंद कुमार सिंह और वीजेंद्र चौधरी एक मंत्री का विभाग बदल सकता है। गौरतलब है कि बीते महीने जीतन राम मांझी की अगुवाई वाली पार्टी हम के नेता संतोष सुमन ने भी नीतीश सरकार से इस्तीफा दे दिया था। उनकी पार्टी अब एनडीए में शामिल हो चुकी है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत मंत्रियों की संख्या फिलहाल 30 है।