बांदा । उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी अपने बेटे और बहू से बातचीत करने के लिए बेहाल है। कोर्ट ने उसकी सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। सुनवाई के दौरान मुख्तार ने कोर्ट से गुहार लगाई कि उसकी इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रूमेंट्स के माध्यम से अलग-अलग जेल में बंद बेटे और बहू से बात कराई जाए। उसने कहा कि जबसे दोनों जेल में बंद हुए हैं, उन तीनों की आपस में बातचीत या मुलाकात नहीं हो सकी है। वह काफी परेशान हैं, इसलिए बातचीत की व्यवस्था करवा दीजिये। मुख्तार अंसारी ने बताया कि जेल में ईडी ने भी छापेमारी की है। वहीं सुनवाई कर रहे जज ने मामले में सुनवाई के लिए 22 जून को अगली तारीख दी है।
मिली जानकारी के अनुसार मुख्तार अंसारी की फर्जी एंबुलेंस मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सरकार बनाम अलका रॉय की पेशी एसीजेएम 19 एमपी-एमएलए कोर्ट में हुई। सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया। प्रार्थना पत्र के माध्यम से मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से गुहार लगाई कि उनकी बहू निकहत अंसारी चित्रकूट जेल में बंद है, जबकि उसका बेटा अब्बास अंसारी कासगंज जेल में बंद है। मुख्तार अंसारी ने कहा कि दोनों लोग अलग-अलग जेल में बंद हैं, जिसके चलते उनकी बातचीत नहीं हो पा रही। ऐसे में जेल मैनुअल 648 के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रूमेंट्स के माध्यम से बेटे और बहू से उसकी बात कराई जाए।
उल्लेखनीय है कि इसके अलावा बांदा जेल में पुलिस ने सीआरपीसी 161 के तहत मुख्तार अंसारी का बयान दर्ज किया। यह बयान उस मामले में दर्ज हुआ है, जिसमें डीएम और एसपी ने जेल में छापेमारी के दौरान मुख्तार अंसारी के पास से सामान जब्त किया और मुकदमा दर्ज कराया गया था। मुख्तार अंसारी ने बताया कि जेल में ईडी भी आई थी और उसने भी जांच की। ईडी ने छापेमारी के साथ ही मुख्तार अंसारी से पूछताछ भी की। मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि अब इस मामले में 22 जून की तारीख आरोपों को विचारित करने के लिए तय की गई है।