लखनऊ । आकाश आनंद के उत्तराधिकारी बनाने को लेकर मायावती ने खुलासा कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी हो गया था कि पार्टी के कामकाज देखने के साथ ही मेरे उत्तराधिकारी के रुप में किसी को होना जरूरी था, इसलिए यह निर्णय लिया गया है। मायावती ने इस निर्णय के साथ न केवल पार्टीजनों बल्कि अपने परंपरागत वोटबैंक में भी यह संदेश दे दिया कि उनके 5 बाद संगठन और मिशन नेतृत्वविहीन नहीं रहेगा।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और सभी राज्यों के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में वह आकाश आनंद के साथ पहुंचीं। इस दौरान आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित करने की भनक किसी को नहीं थी, क्योंकि इससे पहले भी वे अपने भतीजे के साथ बैठकें लेती रही हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के चंद महीने पहले मायावती की इस घोषणा से राजनीतिक गलियारों में भी हैरानी है। दरअसल, बताया गया था कि बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीति के मद्देनजर चर्चा होगी। बैठक से निकलने के बाद बसपा नेता उदयवीर सिंह ने कहा कि हमारे सामने अभी लक्ष्य लोकसभा चुनाव है।
एक मीडियाकर्मी के सवाल के जवाब में आकाश आनंद को लेकर उन्होंने बताया कि बैठक में मायावती ने कहा कि आकाश हमारे उत्तराधिकारी होंगे। मेरी अनुपस्थिति में वे ही पार्टी के कामकाज को संभालेंगे। बताया कि आकाश को अभी देश के अन्य राज्यों में पार्टी और संगठन को मजबूत बनाने के साथ रणनीति तैयार करनी है। उन्हें अभी यूपी-उत्तराखंड की जिम्मेदारी से अलग रखा गया है। पूर्व में अपने परिवार से किसी को उत्तराधिकारी न बनाने दावा कर चुकीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी बनाते हुए इस फैसले का कारण भी समझाया। उन्होंने कहा कि मैंने जब भी किसी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी, वह खुद को मेरा उत्तराधिकारी समझने लगा। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ वह इसी तरह पेश आता था। इसी कारण से उपजे असमंजस को समाप्त करने के लिए मैंने आकाश आनंद को उत्तराधिकारी बनाया है।