लखनऊ । उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को बहुजन समाज पार्टी का एक बार फिर सर्वसम्मति से मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। उनका कार्यकाल पांच साल होगा। उनके नाम का प्रस्ताव पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने किया, जो सर्वसम्मति से मंजूर हो गया। वहीं, नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद का कद बढ़ाते हुए उन्हें महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव का प्रभारी बनाया गया है। पार्टी की ओर से बकायदा एक बयान जारी कर इस आशय की सूचना दी गयी है। दरअसल, मंगलवार को बसपा की कार्यकारिणी की बैठक आहूत की गयी थी जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी होना था।
पार्टी द्वारा बयान में कहा गया कि, ‘‘मायावती जी एक बार फिर सर्वसम्मति से बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं और उन्होंने संकल्प दोहराया कि देश में बहुजनों के गौरव के लिए बसपा आंदोलन के हित में हम कभी रुकेंगे नहीं, समझौता नहीं करेंगे, टूटने की बात तो दूर ही है।’’ वहीं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को सम्बोधित करते हुए बसपा नेत्री मायावती ने कहा कि दलितों एवं बहुजनों को अपनी शक्ति पर भरोसा करना सीखना ही होगा वरना धोखा खाते रहेंगे और लाचारी व गुलामी का जीवन जीने को मजबूर बने रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में बहुमत से दूर भाजपा के नेतृत्व में बनी एनडीए की सरकार का रवैया सुधारवादी नहीं लगता है जिससे इसको स्थाई व मजबूत सरकार नहीं कहा जा सकता है। वहीं यूपी के राजनीतिक हालात का संज्ञान लेते हुए कहा कि लोकसभा का चुनाव परिणाम कई कारणों से नई संभावनाएं पैदा करता है।