चंडीगढ़ : पंजाबी भाषा को दुनिया में और प्रफुल्लित करने के मकसद के साथ मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय पंजाबी भाषा ओलम्पियाड करवाने का फ़ैसला किया गया है। यह जानकारी पंजाब के स्कूल शिक्षा और भाषा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस द्वारा दी गई। उन्होंने बताया कि दक्षिणी एशियाई क्षेत्र में पंजाब एक प्रभावशाली सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और राजनैतिक क्षेत्र है। जिसके रहन-सहन, खान-पीन, भंगड़ा और संगीत को दुनिया भर में सराहा जाता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सिख धर्म, बुद्ध पंथ और सूफ़ीवाद ने शुरुआत की और बाद में पूरी दुनिया में फैल गया।
भाषा मंत्री ने बताया कि पंजाबी लोग रोजग़ार के बेहतर मौकों की तलाश में अलग- अलग मुल्कों में बस गए हैं और अब उनकी भावी पीढिय़ां पंजाबी भाषा से पूरी तरह अवगत नहीं हैं, जिसको देखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने अंतरराष्ट्रीय पंजाबी भाषा ओलम्पियाड करवाने का फ़ैसला किया जिससे बच्चों को पंजाबी भाषा सीखने के प्रति उत्साहित किया जा सके। स. बैंस ने बताया कि यह ओलम्पियाड 9 और 10 दिसंबर, 2023 को आनलाइन विधि के द्वारा करवाया जायेगा।
इसमें 40 मिनट में ऑब्जैकटिव टाईप के 50 नंबरों के 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस ओलम्पियाड में आठवीं और नौवीं जमात में पढऩे वाले 17 साल की उम्र तक के विद्यार्थी भाग ले सकते हैं। इसके इलावा इस ओलम्पियाड में हिन्दोस्तान, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और अन्य स्थानों पर बसते विद्यार्थी भाग ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि छह टाईम ज़ोनों में 2 घंटों के लिए यह ओलम्पियाड चलेगा। इस ओलम्पियाड में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की वैबसाईट पर की जा सकती है। रजिस्ट्रेशन का कार्य आरंभ हो चुका है।