चंडीगढ़ – हरियाणा की पूरी जनता मेरा परिवार है और अपने परिवार की चिंता करना व उनकी समस्याओं को हल करना मेरा परम कर्तव्य है। इस वाक्य को प्रदेश के मुखिया ने न सिर्फ माना है बल्कि पिछले साढ़े 8 सालों से चरितार्थ भी किया है। लोगों के बीच जाकर परिवार के मुखिया के तौर पर उनसे बातचीत करना और उनकी समस्याओं व शिकायतों को जानने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा शुरू किया गया जन संवाद कार्यक्रम अब लोगों के लिए एक नई आस बन चुका है। ग्रामीण मुख्यमंत्री के समक्ष दिल खोल कर अपनी बाते रख रहे हैं और मुख्यमंत्री भी ऑन द स्पॉट समस्याओं को हल कर रहे हैं। 2 अप्रैल से जन संवाद कार्यक्रमों की शुरुआत कर मुख्यमंत्री द्वारा अब तक भिवानी, पलवल, कुरुक्षेत्र और सिरसा जिले को कवर किया जा चुका है। अब इस जन संवाद श्रृंखला का अगला पड़ाव महेंद्रगढ़ जिला में होगा और यहां मुख्यमंत्री लगभग 9-10 गांवों में जन संवाद कार्यक्रमों को संबोधित करेंगे।
मातृत्व शक्ति की भी दिख रही सक्रिय भागीदारिता – विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहे हरियाणा में आज ग्रामीण अंचल में भी महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं, अब महिलाएं समाज के लिए कुछ बेहतर करने हेतु राजनीति में भी अपना प्रतिनिधित्व कर रही हैं। यह मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व और उनकी दूरदर्शी सोच के अनुरूप हरियाणा सरकार द्वारा पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व देने की नीति से ही संभव हो पाया है। इसी का परिणाम है कि पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व आज 50 प्रतिशत से भी कहीं अधिक है। गांवों में आयोजित किए जा रहे जन संवाद कार्यक्रमों में भी मातृत्व शक्ति की सक्रिय भागीदारिता नजर आ रही है। जहां एक ओर महिला सरपंच गांवों की समस्याओं व मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रख रही हैं, वहीं दूसरी ओर गांव की महिलाएं व बेटियां भी सार्वजनिक मंच पर अपनी बातें रख रही हैं।
जन संवाद कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री को मिल रहा अपार समर्थन – जन संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से मुख्यमंत्री जनता से सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं के बारे भी फीडबैक ले रहे हैं और जनता भी आयुष्मान भारत व चिरायु हरियाणा योजना, निरोगी हरियाणा, परिवार पहचान पत्र,l तथा राशन कार्ड व पेंशन अपने आप बनने और ई-फर्द जैसी अनेकों योजनाओं के बारे में मुख्यमंत्री को अपार समर्थन दे रही है। नागरिक स्वयं पिछली सरकारों की कार्यशैली और वर्तमान राज्य सरकार द्वारा जन कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों का बखान कर रहे हैं। जन संवाद कार्यक्रमों के लिए लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है कि ग्रामीण अब इंतजार करने लगे हैं कि उनके गांव में जन संवाद कार्यक्रम कब होगा।
गांवों में बच्चों को जन्म दिवस पर शुभकामनाएं देकर मुख्यमंत्री कार्यक्रम की कर रहे शुरुआत – नागरिकों के साथ प्यार, दुलार और अपनेपन की एक ओर झलक दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने नई कवायद शुरू की है। मुख्यमंत्री जन संवाद कार्यक्रमों की शुरुआत बच्चों को उनके जन्म दिवस की शुभकामनाएं व आर्शीवाद देकर कर रहे हैं। उनके इस अंदाज से बच्चे ही नहीं अपितु उनके अभिभावक भी भावुक हो उठते हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री उनके बच्चों को आर्शीवाद देने पहुंचे हैं।
जनता की लिखित शिकायतों का रखा जा रहा पूरा लेखा-जोखा, अधिकारियों की जवाबदेही तय – जन संवाद कार्यक्रमों में लोग मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी बातें रखने के अलावा लिखित में भी शिकायतें लेकर पहुंचते हैं। इन शिकायतों का पूरा लेखा-जोखा रखने तथा मॉनिटरिंग के लिए जन संवाद पोर्टल पर इन शिकायतों को अपलोड किया जा रहा है। एक तय समयावधि में अधिकारियों द्वारा संबंधित कार्यवाही कर रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री को भेजी जाएगी। समस्याओं से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी लोगों को एसएमएस के माध्यम से भी बताई जाएगी।