नई दिल्ली। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव एप की जांच के तहत देश भर में 15 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की छापेमारी पश्चिम बंगाल, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में की। अब तक इस मामले में ईडी ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी ने इस केस से जुड़े धनशोधन के मामले में रायपुर की एक विशेष अदालत में नया आरोप पत्र दायर किया था। ईडी ने अब तक इस मामले 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के राजनेता और नौकरशाह शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग 6,000 करोड़ रुपये से अधिक है। ईडी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले नवंबर में दावा किया था कि फॉरेंसिक विश्लेषण और असीम दास की ओर से दिए गए बयान में चौंकाने वाले आरोप लगाए गए हैं। इसके अनुसार महादेव सट्टेबाजी एप के प्रमोटर्स ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेश बघेल को अब तक लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। बघेल ने इन आरोपों को उनकी छवि खराब करने का प्रयास बताया था, जबकि कांग्रेस ने अपने तत्कालीन सीएम के खिलाफ इसे केंद्र की प्रतिशोध की राजनीति कहा था।
असीम दास ने बाद में रायपुर में विशेष अदालत के समक्ष कहा था कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है और उन्होंने कभी भी राजनेताओं को नकदी नहीं पहुंचाई है। दोनों प्रमोटर रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर के रहने वाले हैं और महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन एक अंब्रेला सिंडिकेट है जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट्स को सक्षम करने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करता है। ईडी ने महादेव ऑनलाइन बुक एप के जरिए कथित अवैध सट्टेबाजी और गेमिंग से जुड़े धनशोधन के एक मामले में रायपुर की एक विशेष अदालत के समक्ष नया आरोप पत्र दायर किया था। अधिकारियों ने बताया कि संघीय एजेंसी इस दूसरी अभियोजन शिकायत को दुबई में अधिकारियों के साथ साझा करेगी। ताकि, एप के दो मुख्य प्रमोटर्स रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर का प्रत्यर्पण सुनिश्चित किया जा सके।