करनाल (रविन्द्र मलिक) : सड़क हादसे इतनी तेजी से बढ़ रहे है कि आए दिन कोई न कोई शिकार हो रहा है। सोमवार को सडक़ हादसों में तीन घरों के चिराग एक साथ बुझ गए। इसमें अलीपुर के 19 वर्षीय हरनूर की जान चली गई, वहीं 40 वर्षीय नलवी कला के सुरेंद्र की मौत हो गई। इतना ही नहीं हादसे में अमेरिका गए हुए बस्तली गांव के युवक की भी सड़क हादसे में मौत हो गई। त्योहारों के सीजन में जहां घरों में खुशियां मनाई जा रही, वहीं इन हादसों से कई घरों की खुशियां मातम में बदल गई।
पहला हादसे में हरनूर की मौत – कैथल रोड पर गांव सिरसी के पास कार की खड़े कैंटर से टक्कर में एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। गांव अलीपुर निवासी 19 वर्षीय हरनूर अपनी कार रेलवे स्टेशन पर खड़ी कर दिल्ली गया था। हरनूर कनाड़ा जाने की तैयारी में था। इसलिए वह फाईल लेकर दिल्ली गया था। दिल्ली से लौटने के बाद उसने रेलवे स्टेशन से अपनी कार उठाई और वह अपने घर के लिए निकल लिया। जैसे ही वह गांव सिरसी के पास पहुंचा, तो सडक़ पर कैंटर खड़ा था। जिसमें कार की जोरदार टक्कर हुई और हरनूर गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कनाड़ा जाने की तैयारी में था हरनूर – मृतक के चचेरे भाई वीरेंद्र ने बताया कि अब कुछ समय पहले ही हरनूर ने 12वीं कक्षा पास करने के बाद आइलेट्स किया था। जिसनेसाढ़े 6 बैंड लिए थे। अब वह कनाड़ा जाने की तैयारी में था। वीरेंद्र ने बताया कि हरनूर अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था।
पुलिस अधिकारी जगदीश ने बताया कि पुलिस ने तीनों वाहनों को कब्जे में ले लिया है। वही मृतक युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। कैंटर चालकों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दूसरे हादसे में सुरेंद्र की मौत – जी.टी रोड स्थित कर्ण लेक के पास अज्ञात वाहन की टक्कर से बाईक सवार एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया। पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार नलवी कला निवासी 40 वर्षीय सुरेंद्र कुमार अपने दोस्त शौकीन के साथ बाईक पर सवार होकर तरावड़ी जा रहा था। जैसे ही वह जी.टी रोड पर कर्ण लेक के पास पहुंचा, तो एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उनकी बाईक को टक्कर दे मारी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें ईलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां ईलाज के दौरान सुरेंद्र की मौत हो गई, जबकि उसके दोस्त का ईलाज चल रहा है। परिजनों ने बताया कि सुरेंद्र के पास 3 बच्चे है, जिसमें 2 लड़के और एक लड़की है। घर में वह अकेला कमाने वाला था। बच्चों के सिर से पिता का साया उठ चुका है। वह इंटरनेट वायरों को ठीक करने का काम करता था।