चंडीगढ़ : भारत अनादि काल से एकजुट रहा है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक भारत श्रेष्ठ भारत पहल इस महान धरोहर को सहेजते हुए, विभिन्न संस्कृतियों के बीच एकता के बंधन को और अधिक सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। भारत अपनी वेशभूषा, खान-पान, त्योहारों और भाषाओं (लगभग 19,000) की विविधता के बावजूद एकजुट है, और यही इसकी सबसे बड़ी खूबसूरती है। यह बात पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया ने पंजाब राजभवन में उत्तर प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली, दमन और दीव के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर अपने संबोधन के दौरान कही।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने जोर दिया कि प्रत्येक राज्य अपनी अनूठी पहचान और परंपराओं के लिए जाना जाता है। उन्होंने विभिन्न राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को और बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि लोग अन्य राज्यों की परंपराओं और रीति-रिवाजों को बेहतर समझ सकें।उपरोक्त राज्यों के लोक नृत्यों की बच्चों द्वारा दी गई उत्कृष्ट प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार के आयोजन अधिक संख्या में होने चाहिए और इन्हें और भी व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाना चाहिए। इस अवसर पर राज्यपाल के साथ मुख्य सचिव के. शिव प्रसाद, चंडीगढ़ के मुख्य सचिव राजीव वर्मा, संस्कृति सचिव हरि कल्लिक्कट और राज्यपाल के विशेष सचिव अभिजीत विजय चौधरी सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।