Lifestyle : बच्चे के आहार में सभी पौष्टिक आहार शामिल करने चाहिए, ताकि बच्चे का सही तरह से विकास हो सके। बच्चे की डाइट में शामिल पौष्टिक आहार से बच्चा मोटा व स्वस्थ बनता है। अपने बच्चे को दिन में तीन बार खाना देने की अपेक्षा थोड़ी-थोड़ी देर में खाने के लिए कुछ न कुछ देते रहना चाहिए। इसके साथ ही बच्चे के आहार में सभी मिनिरल्स और विटामिन को भी शामिल करना चाहिए, इससे बच्चा सेहतमंद होने के साथ ही दिमागी तौर से भी स्वस्थ बनता है।
नाश्ता जरुर दें – बच्चे के द्वारा नाश्ते में हर रोज स्वस्थ खाद्य पदार्थ लेने से भूख में बढ़ोतरी होती है। रात को लंबे समय तक भूखा रहने के बाद संतुलित नाश्ता से बच्चे की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया में सुधार होता है और बच्चे को पूरे दिन कार्य करने के लिए उर्जा मिलती है।
खाने से आधा घंटे पहले पानी पिलाना – बच्चे को खाना खाने से करीब आधा घंटा पहले पानी पिलाएं। इससे बच्चे को खाना खाते समय पानी की ज्यादा प्यास नहीं लगेगी। बच्चे के सुबह उठने पर आप उसको दूध या नाश्ता देने से पहले पानी पिलाएं। खाने से आधा घंटे पहले पानी पीने से बच्चे की पाचन क्रिया ठीक बनी रहती है। इससे बच्चा जो भी भोजन खाता है, वह सही तरह से उसके शरीर को पोषण प्रदान करता है।
हर दो घंटे में खाना खिलाएं – बच्चे को दिन में तीन बार खाना खिलाने की बजाय उसको थोड़े-थोड़े समय में खाना खिलाती रहें। इस आदत के चलते थोड़ा-थोड़ा खाना पचाना बच्चों के लिए आसान हो जाता है और साथ ही उनका वजन भी सही मात्रा में बढ़ता है। एक बार में ज्यादा खाने से बच्चे को पचाने में मुश्किल होती है। इससे अलावा अधिक खाने की वजह से बच्चे को पेट संबंधी अन्य बीमारियां होने की भी संभावनाएं बढ़ जाती है।
दूध व दही जरुर दें – दूध प्राकृतिक रूप से प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्त्रोत होता है। इसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। बच्चे को मोटा करने के लिए आप उसको दिन में कम से कम दो ग्लास दूध जरूर दें। इसके लिए आप दूध को किसी भी रूप में दे सकते हैं, जैसे मिल्क शेक, सेरियल्स और स्मूदी आदि। इसके साथ ही आप बच्चे को दही भी दे सकते हैं। दही से बच्चे को शरीर के लिए स्वस्थ्य बैक्टीरिया प्राप्त होते हैं। दही में कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, इससे बच्चे की भूख में बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा भोजन में दही को शामिल करने से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती होती है।
कई बार बच्चा टीवी देखने के लिए जल्दी से खाना खत्म करने की कोशिश करता है। अगर घर के सभी लोग एक जगह बैठकर खाना खाते हैं, तो इससे बच्चा भी ठीक मात्रा में खाना खाता है। एक साथ बैठकर खाना खाने से बच्चा घर के अन्य सदस्यो को देखकर खाना खाने में रुचि लेता है और भरपेट भोजन करता है। इसके अलावा वह घर के अन्य बड़ों से कई अच्छी आदतें भी सीख पाता है।
पौष्टिक आहार के साथ ही कुछ आदतें ऐसी होती है, जिनका सीधा असर बच्चे की सेहत पर पड़ता है। बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए पूरी नींद लेना काफी जरूरी होता है, नींद लेना बच्चे के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। बच्चे को कम से कम 10 घंटों की नींद लेनी चाहिए। इससे बच्चे का शरीर कई तरह के संक्रमण और बीमारियों से लड़ने के लिए सक्षम होता है। साथ ही इससे बच्चे की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया भी सही होती है।
ओट्स भी दें – बच्चे को मोटा करने के उपाय में ओट्स को भी शामिल किया जाता है। ओट्स में सैचुरेटड फैट व कोलेस्ट्रोल कम होता है, जबकि मैंगनीज, मैग्नीशियम, विटामिन बी1 व फास्फोरस उच्च मात्रा में होता है। इसके साथ ही इसमें प्रोटीन भी पाया जाता है।बच्चों का वजन बढ़ान के लिए आप उसके खाने में केला दे सकती हैं। केले में उच्च मात्रा में फाइबर, पोटेशियम, विटामिन सी और विटामिन बी6 मौजूद होता है। इससे बच्चे की उर्जा जरुरतें भी पूरी होती हैं।
बच्चों के वजन को बढ़ाने और उनको मोटा करने के लिए मक्खन दिया जाता है। बच्चे को मक्खन देने के लिए आप इसको घर पर भी बना सकती हैं। मक्खन में फैट बढ़ी मात्रा में होता है जो आपके कमजोर बच्चे को स्वस्थ और तंदुरुस्त बनता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि बच्चे को केवल ब्रेड पर ही मक्खन लगाकर दिया जाए, आप उसको खाने की अन्य चीजों में मक्खन मिलाकर दे सकती हैं।