चंडीगढ़ : हरियाणा के पूर्व गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज हरियाणा में चुनाव घोषित होते है तो हो जाए, हम तो पूरी तरह से तैयार है और हमारे कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार है। हम तो चुनाव के लिए तैयार है, आज यदि घोषणा होती है तो हम कल ही अपना नामांकन भर देंगे। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कभी विधानसभा, पंचायतों, कभी नगर पालिका के चुनाव होने से कार्य प्रभावित होते हैं तो काम रुकता है। इसके लिए एक नीति बननी चाहिए।उम्मीद है कि सभी पार्टियां अपना विरोध करने का करेक्टर छोड़कर काम करने का करेक्टर अपनाकर विचार करेंगी तो एकमत बन जाएगा। विज आज पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
चुनाव के लिए विपक्षी दलों की तैयारियों पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि सभी पार्टियों को तैयारियां करने का अधिकार है। प्रदेश में चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के तीन हजार से अधिक दावेदारों के सवाल पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस नाम की पार्टी का हरियाणा में कोई अस्तित्व नहीं है। कांग्रेस के पिछले 19 साल से चुनाव नहीं हुए है, यह तो भिन्न-भिन्न धड़े हैं, जो चुनाव आने पर हरियाणा को लूटने के लिए आपस में मिल जाते है। पिछला इनका यही इतिहास रहा है। चुनाव आयोग को इनकी मान्यता रदद कर देनी चाहिए क्योंकि इनकी पार्टी में प्रजातंत्र नहीं है और जिस पार्टी में प्रजातंत्र नहीं होता वह देश-प्रदेश की प्रजातंत्र की रक्षा नहीं कर सकती।
सभी पार्टियां अपना विरोध करने का करेक्टर छोड़ काम करने का करेक्टर अपनाकर विचार करेंगी तो एकमत बन जाएगा : पूर्व मंत्री अनिल विज
एक देश एक चुनाव पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि इसके लिए पूर्व राष्ट्रपति की अध्यक्षता में समिति भी बन चुकी है और उन्होंने अपनी रिपोर्ट भी दे दी है। यह होना चाहिए, क्योंकि इसमें बहुत एनर्जी और बहुत पैसा खर्च होता है और विकास कार्य रुकते हैं। कोई महीना ऐसा नहीं जाता जब किसी न किसी माह कोई चुनाव न हो। कभी विधानसभा, पंचायतों, कभी नगर पालिका के चुनाव होने से कार्य प्रभावित होते हैं तो काम रुकता है। इसके लिए एक नीति बननी चाहिए। अगर किसी स्कूल में एक साल में 11 माह छुट्टी रहेगी तो कैसे पढ़ाई होगी। देश को आगे बढ़ाना है तो नीति बननी चाहिए। इसके बारे में सोच बनी है और कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दी है। उम्मीद है कि सभी पार्टियां अपना विरोध करने का करेक्टर छोड़कर काम करने का करेक्टर अपनाकर विचार करेंगी तो एकमत बन जाएगा।
देश को अलग-अलग आंखों से नहीं देखा जा सकता : अनिल विज
वहीं, एक देश एक कानून पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस दिए भाषण में वकालत करने पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि देश के लिए सभी बराबर है, देश को अलग-अलग आंखों से नहीं देखा जा सकता और सभी के लिए एक कानून होना चाहए, इसे लागू करना अच्छी बात है। विपक्ष द्वारा इस पर सवाल उठाने पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि विपक्ष हर बात पर सवाल उठाता है अगर विपक्ष को देखे तो देश एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकता।
अटल बिहारी वाजपेयी किसी पार्टी के नेता नहीं बल्कि सारे देश के आदरणीय थे : अनिल विज
अटल बिहारी वाजपेयी किसी पार्टी के नेता नहीं बल्कि वह सारे देश के आदरणीय थे। वो जब लोकसभा में बोलने के लिए खड़े होते तो सभी उनकी बात सुनने के लिए शांत हो जाते थे। आज सारा देश नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। उनकी याद में अम्बाला छावनी में अटल कैंसर केयर सेंटर बनाया गया है जो लगातार मरीजों की सेवा कर रहा है।
राहुल गांधी हर बात का तमाशा करते है : विज
लालकिले में आयोजित समारोह में राहुल गांधी के पांचवी पंक्ति पर बैठने पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि राहुल गांधी हर बात का तमाशा करते है, उनकी सीट आगे ही दी गई होगी, मगर तमाशा दिखाने के लिए वह पांचवी सीट पर बैठ गए होंगे। कोलकाता में दंगों पर पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि ममता बनर्जी पूरी तरह से शासन करने में विफल रही है। इंसानियत का तकाजा यह है कि उन्हें खुद त्यागपत्र दे देना चाहिए, किसी भी तरह से वो सत्ता पर शासन करने के काबिल नहीं है।