चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के दूरदर्शी नेतृत्व अधीन शहीद-ए- आज़म भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयत्न किये जाएंगे। महान शहीद को उनके पैतृक गाँव खटकड़ कलाँ में श्रद्धा के फूल भेंट करने पहुँचे मुख्य सचिव ने कहा कि उनका हर कार्य शहीद- ए- आज़म भगत सिंह के आदर्शों से प्रेरणा लेकर ही शुरू होगा। उन्होंने कहा कि धन्य है यह धरती जिसने शहीद- ए- आज़म सरदार भगत सिंह जैसे महान योद्धाओं को जन्म दिया। श्री वर्मा ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि उनको इस पवित्र धरती पर जाकर श्रद्धांजलि भेंट करने का मौका प्राप्त हुआ है, जिन्होंने अपनी जान की बाज़ी लगा कर राष्ट्रीय आज़ादी संघर्ष में महान गाथा लिखी।
वर्मा ने कहा कि वह राज्य सरकार की जन हितैषी और विकास समर्थकी नीतियों को उचित ढंग के साथ लागू करके शहीद- ए- आज़म भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि चाहे महान शहीद के बहुत से सपने पूरे हो चुके हैं परन्तु अभी भी कई सपने बाकाया हैं, जो जल्द ही साकार कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि समूची कौम इस शहीद की हमेशा ऋणी रहेगी, जिन्होंने देश को बर्तानवी साम्राज्य की चंगुल में से छुड़ाने के लिए केवल 23 साल की उम्र में अपनी जान कुर्बान कर दी।
मुख्य सचिव ने कहा कि शहीद भगत सिंह की छोटी उम्र हुई शहादत ने नौजवानों को राष्ट्रीय आज़ादी संघर्ष में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जिससे देश आज़ाद फिजा में साँस लेने के योग्य बन सका। उन्होंने कहा कि शहीद- ए- आज़म लाखों नौजवानों के लिए देश की निःस्वार्थ सेवा करने के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। श्री वर्मा ने यह भी कहा कि विकसित और खुशहाल भारत की सृजना करने के लिए राज्य के नौजवानों को शहीद के नक्शे-कदमों पर चलने की ज़रूरत है।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट तौर पर कहा कि चाहे राज्य को पेश अनेकों चुनौतियां हैं परन्तु मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार, पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए इन सभी चुनौतियें से निपटने के लिए पूरी नेकदिली और दृढ़ता के साथ काम करती रहेगी। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब में लोक पक्षीय सरकार है जो लोगों को साफ़-सुथरा, पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन मुहैया करवा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस यादगार को नया रूप देने के लिए विस्तृत योजना भी बनायी जायेगी। इससे पहले मुख्य सचिव ने शहीद-ए-आज़म भगत सिंह और उनके पिता स्वर्गीय एस. किशन सिंह की समाधि पर जाकर श्रद्धांजलि भी भेंट की।