चंडीगढ़ – देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने नई दिल्ली स्थित उनके निवास पर मुलाकात की। इस दौरान कृषि मंत्री ने चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में 8 अक्तूबर को आयोजित होने वाले हरियाणा कृषि विकास मेले-2023 के शुभारंभ हेतु उप राष्ट्रपति को निमंत्रण दिया। जेपी दलाल ने इस दौरान उप राष्ट्रपति को राज्य सरकार द्वारा किसानों के हितों में क्रियान्वित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 8 से 10 अक्टूबर तक 3 दिवसीय हरियाणा कृषि विकास मेले-2023 का आयोजन किया जाएगा। इस मेले में आगंतुक किसानों को विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा श्री अन्न की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इस मेले के दौरान हरियाणा के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया जाएगा।
किसानों को मेले में विभिन्न कृषि कार्यों के लिए मशीनों, यंत्रों के बारे में जानने का मिलेगा सुनहरा अवसर – इस कृषि मेले की विशेष बात यह है कि मेले में बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि मशीनें व कृषि यंत्र निर्माता कंपनियां भी भाग लेंगी। इसलिए किसानों को विभिन्न कृषि कार्यों के लिए मशीनों, यंत्रों और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में जानने का सुनहरा अवसर मिलेगा, जिससे वे और भी उन्नत तरीके से खेती कर सकेंगे। यह मेला कई मायनों में खास होगा। इस मेले में किसानों को विश्वविद्यालय की ओर से सिफारिश की गई रबी फसलों के उन्नत बीज तथा बायोफर्टिलाईजर उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही, उन्हें साहित्य से भी अवगत करवाया जाएगा। इतना ही नहीं, मेला स्थल पर विभिन्न सरकारी बीज एजेंसियों के सहयोग से बिक्री काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।हरियाणा कृषि विकास मेले-2023 में किसानों के लिए प्रश्नोत्तरी सभाएं और फसल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। मेला स्थल पर ही मिट्टी, सिंचाई जल व रोगी पौधों की वैज्ञानिक जांच करवाने की किसानों को सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
सरकार उर्वरक, बीज और कृषि उपकरणों पर दे रही सब्सिडी – कृषि मंत्री जे पी दलाल ने कहा कि राज्य सरकार ने कृषि विकास को बढ़ावा देने और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए विभिन्न पहले लागू की हैं। उर्वरक, बीज और कृषि उपकरणों पर सब्सिडी प्रदान करने के साथ-साथ सरकार ने मिट्टी के स्वास्थ्य को बढ़ाने और टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने हेतु कई योजनाएं लागू की हैं। किसानों की खुशहाली में ही प्रदेश और राष्ट्र की खुशहाली निहित है, इसलिए खेती और किसान हरियाणा सरकार की नीतियों के केंद्र में हैं। सरकार फसलों के तैयार होने से लेकर बाजार में उसकी बिक्री तक किसानों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करवा रही है।