चंडीगढ़ – हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसी भी राज्य की प्रगति का रास्ता सड़क मार्ग और रेल मार्ग से होकर गुजरता है और प्रदेश सरकार इन दोनों ही मार्गों के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने “नेशनल कैपिटल रीज़न प्लानिंग बोर्ड” (एनसीआरपीबी ) की नई दिल्ली में हुई बैठक में हरियाणा को क़रीब 461 करोड़ रुपए के 8 नए प्रोजेक्ट्स का तोहफ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि इन प्रोजेक्ट्स से प्रदेश में विकास का पहिया और तेज गति से घुमेगा।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि कल दिल्ली में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के “प्रोजेक्ट सेंक्शनिंग एंड मॉनिटरिंग ग्रुप -1” की 63वीं बैठक हुई है जिसमे हरियाणा के लिए 8 नए प्रोजेक्ट्स को स्वीकृति दी गई है , इन पर कुल 461.116 करोड़ रुपए की लागत आएगी। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है। डिप्टी सीएम , जिनके पास पीडब्ल्यूडी विभाग का प्रभार भी है , ने नए प्रोजेक्ट्स की जानकारी देते हुए बताया कि इन 8 प्रोजेक्ट्स में 4 बड़े राजमार्गों का मजबूतीकरण, 2 नए फ्लाईओवर तथा 2 नए रेलवे ओवर ब्रिज शामिल हैं।
दुष्यंत चौटाला ने आगे बताया कि “महम से कलानौर एवं आगे बेरी गांव” तक सड़क को मजबूत किया जाएगा जिस पर लगभग 51.62 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसी प्रकार ,झज्जर से कोसली रोड़ के मजबूतीकरण पर 60.89 करोड़ रुपए , नूह -पलवल रोड के सुधारीकरण पर 137.57 करोड़ रुपए तथा रोहतक -खरखौदा-दिल्ली बॉर्डर रोड़ के मजबूतीकरण पर 19.46 करोड़ रुपए खर्च किये जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि रोहतक में ओल्ड एनएच -71ए पर सुखपुरा चौक पर नया फ्लाईओवर बनाया जाएगा जिस पर 65.88 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसी प्रकार , पानीपत में “पानीपत-सफीदों-जींद-भिवानी रोड” पर “कैरियर लाइन्ड चैनल” के साथ -साथ नए फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा , इस फ्लाईओवर पर 26.47 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
डिप्टी सीएम ने आगे बताया कि पानीपत में “जींद-पानीपत रेलवे सेंक्शन” पर 73.24 करोड़ रुपए की लागत से नया रेलवे ओवरब्रिज बनाया जाएगा। इसके अलावा ,पानीपत जिला में वर्तमान रेलवे ओवरब्रिज के साथ -साथ “पानीपत जीटी रोड से डाहर” की ओर एक नया फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा प्रदेश सरकार राज्य के लोगों की सुविधा के लिए आवश्यकता के अनुसार सड़क मार्ग को चौड़ा और मजबूत कर रही है। जहां पर फ्लाईओवर या रेलवे ओवरब्रिज की जरुरत महसूस होगी , वहां पर प्राथमिकता से बनाए जाएंगे।