नई दिल्ली । पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर देश के अलावा दुनिया के कई दिग्गज नेताओं ने भी शोक प्रकट किया है। शुक्रवार सुबह शुरू हुआ यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। जिसमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला शाहिद, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, मलेशिया के पूर्व उप प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम और भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव मुख्य रूप से शामिल हैं।
फ्रांस बोला खो दिया अपना सच्चा मित्र – फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर पोस्ट में अपने शोक संदेश में कहा कि डॉ मनमोहन सिंह के रूप में जहां भारत ने एक महान व्यक्ति को खोया है। ठीक उसी तरह से फ्रांस ने अपना एक सच्चा मित्र खो दिया है। डॉ. सिंह ने अपना जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया था। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार और भारत के लोगों के साथ हैं। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला शाहिद ने अपने शोक संदेश में डॉ.सिंह के वर्ष 2011 के ऐतिहासिक दौरे को याद करते हुए कहा कि मुझे उनके ज्ञान और जानकारी से काफी लाभ हुआ। वे हमेशा मालदीव के एक मित्र के रूप में रहे। मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करता हूं। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा कि मनमोहन सिंह अफगानिस्तान के लिए एक मजबूत भागीदार और मित्र थे। भारत ने अपना एक महान बेटा खो दिया है। मैं उनके निधन पर उनके परिवार और भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं।
मलेशिया के पूर्व प्रधानमंत्री इब्राहिम अनवर ने एक्स पोस्ट में कहा कि डॉ.सिंह के निधन की खबर सुनकर मुझ पर दुख का बोझ बढ़ गया है। मुझे उनसे 1990 के दशक में जब वह भारत के वित्त मंत्री थे। तब मिलने का मौका मिला था। भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध के लिए हमारी प्रतिबद्धता बहुत प्रबल थी। यहां तक कि एक बड़े मामले को सुलझाने में भी हमने सहयोग किया। मेरे कारावास के दौरान उन्होंने ऐसी दयालुता दिखाई। जो न तो राजनीतिक रूप से उचित थी और जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। लेकिन उस वक्त मलेशिया की सरकार द्वारा भी इसकी सराहना की गई थी। कारावास की भूलभुलैया में वह एक सच्चे दोस्त की तरह मेरे साथ खड़ा था। शांत उदारता के ऐसे कार्य उसे परिभाषित करते हैं और वे हमेशा मेरे दिल में अंकित रहेंगे
अमेरिका ने बताया बड़ा विजेता – अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें अमेरिका-भारत की सामरिक साझेदारी का एक बहुत बड़ा विजेता यानी ग्रेटेस्ट चैंपियन बताया। उन्होंने दोनों देशों के बीच हुए सिविल न्यूक्लियर सहयोग एग्रीमेंट को अमलीजामा पहनाने के लिए डॉ।सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। बीते दो दशक में दोनों देशों द्वारा अर्जित किए गए कार्यों की नींव पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री ने ही रखी थी। उन्होंने कहा, हम डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक प्रकट हैं। साथ ही भारत और अमेरिका को एक साथ लाने के लिए उनके समर्पण के लिए हम हमेशा उन्हें अपनी स्मृतियों में रखेंगे।