नई दिल्ली । केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ईवी पर इंपोर्ट टैक्स घटाने की खबर को खारिज किया है। दरअसल मीडिया रिपोट्र्स में दावा किया गया था कि अगर ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनियां लोकल मैन्युफैक्चर्स यूनिट के साथ गठजोड़ करती हैं, तब मोदी सरकार ऑटोमोबाइल निर्माताओं के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात कर में कटौती करने पर विचार कर रही है। गौरतलब है कि खबर थी कि केंद्र उन कारों के लिए जिनकी कीमत 33 लाख से ज्यादा है, उनके आयात शुल्क को मौजूदा 100 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत करने पर विचार कर रही है।
वहीं बाकी कारों के लिए आयात शुल्क 70 फीसदी कर दिया जाएगा। केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा, इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात शुल्क कम करने का कोई प्रस्ताव मेरे सामने नहीं है। टेस्ला के फाउंडर एलॉन मस्क में भारत में ईवी पर हाई टैरिफ रेट को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। बता दें, 2021 में, टेस्ला ने शुरू में अधिकारियों से आयातित इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) पर हाई 100 प्रतिशत टैक्स को कम करने के लिए कहकर भारत में प्रवेश करने का प्रयास किया था। हालांकि, टेस्ला और भारत सरकार के बीच पिछले साल बात नहीं बनी। क्योंकि अधिकारियों ने कहा कि टेस्ला को भारत में कारों के निर्माण का वादा करना होगा।
हाल ही में, टेस्ला ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया है कि वह भारत में एक कारखाना बनाने में रुचि रखती है। लक्ष्य लगभग 24,000 डॉलर की कीमत वाली एक नई इलेक्ट्रिक कार का उत्पादन करना है, जो इसके मौजूदा सबसे महंगे मॉडल से लगभग 25 प्रतिशत सस्ती है। यह कार भारतीय बाजार और निर्यात दोनों के लिए होगी। अपनी अमेरिकी फैसिलिटी के अलावा, टेस्ला वर्तमान में शंघाई में और बर्लिन के पास एक बड़ी फैक्ट्री ऑपरेट करती है। इसके अतिरिक्त, वह मैक्सिको में एक नई फैक्ट्री का निर्माण कर रही है जो कारों को अधिक किफायती बनाने के उद्देश्य से एक नए इलेक्ट्रिक वाहन प्लेटफॉर्म पर जोर देगी।