नई दिल्ली। दिल्ली पुलिसकर्मियों की बहादुरी और तुरन्त कार्यवाही ने एक बार फिर साबित कर दिया कि नाजुक मौकों पर सूझबूझ से बड़े हादसे को टाला जा सकता है। दिल्ली के पुलिसवालों की दिलेरी से आग लगने के बाद जलते हुए फ्लैट में फंसे 2 छोटे बच्चों और 1 व्यक्ति की जान बचा ली गई। दिल्ली पुलिस के मुताबिक पुलिस स्टेशन मालवीय नगर के पुलिसकर्मियों की तुरन्त कार्यवाही और बहादुरी से मालवीय नगर इलाके में आग लगने वाली एक इमारत की तीसरी मंजिल पर फंसे 4 और 7 साल के 2 बच्चों और 1 व्यक्ति की जान बचाई जा सकी।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक शुक्रवार को थाना मालवीय नगर में एक घर की तीसरी मंजिल पर आग लगने के बारे में एक पीसीआर कॉल मिली थी। बीट स्टाफ हेड कांस्टेबल नरेंद्र और पीसीआर स्टाफ हेड कांस्टेबल कपिल राठी तुरंत मौके पर पहुंचे। मौके पर उन्होंने देखा कि एक मकान की तीसरी मंजिल पर आग लगी हुई थी और लपटें काफी ऊंची थीं। आग के कारण इमारत में धुआं भर गया था। बिना समय गंवाए आसपास के सभी फ्लैटों को खाली करा दिया गया। दमकल की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गईं।
इस बीच पता चला कि 4 और 7 साल के दो छोटे बच्चे जलते हुए फ्लैट के अंदर फंसे हुए थे। फ्लैट के सामने की तरफ से आग तेज लपटों के साथ धधक रही थी। तुरंत बिना समय गंवाए पुलिस कर्मचारियों ने सूझबूझ दिखाते हुए फ्लैट की पिछली दीवार तोड़ दी। अपनी जान की परवाह किए बिना पुलिस वाले कमरे में घुस गए और जलते हुए फ्लैट से दोनों बच्चों और एक व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला। दमकल की गाड़ियों ने आग की लपटों को बाद में पूरी तरह से बुझा दिया। पुलिस कर्मचारियों की सूझबूझ और साहस के कारण कीमती जानें बच गईं।