नई दिल्ली । संसद के शीतकालीन सत्र का बुधवार को 7वां दिन है। राज्यसभा में विपक्ष ने किसान मुद्दे पर हंगामा किया। विपक्षी नेताओं ने किसान विरोधी ये सरकार नहीं चलेगी के नारे लगाए। कई नेता वेल में चले आए। इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने नाराजगी जताई। उन्होंने खड़े होकर विपक्षी नेताओं का डांटा। धनखड़ ने कहा- ये नारेबाजी और घडिय़ाली आंसू यहां नहीं चलेंगे। आपके लिए किसानों का हित स्वार्थ के लिए है।
कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने एमएसपी की कानूनी गारंटी पर चर्चा की मांग करते हुए नियम 267 के तहत नोटिस दिया था। इस नोटिस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने इस नोटिस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी। इसके बाद विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे। विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी से सभापति जगदीप धनखड़ भडक़ गए और उन्होंने सख्त प्रतिक्रिया दी, जिससे माहौल और गरमा गया।
हंगामे के बीच सभापति जगदीप धनखड़ ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि सदन में पिछले 5 दिनों से कामकाज प्रभावित हुआ है और नियम 267 के तहत जो नोटिस दिए गए, उनमें से कोई भी किसानों के मुद्दे पर नहीं था। इसके बावजूद विपक्षी सदस्य नारेबाजी कर रहे थे और घडिय़ाली आंसू बहा रहे थे। सभापति ने सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सदन का कामकाज इसी तरह चलता रहा, तो उन्हें सख्त कदम उठाने होंगे।