चंडीगढ़ : मणिपुर में महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुँचाने वाले घृणित काम के लिए ज़िम्मेदार व्यक्तियों को सख़्त कानूनी प्रावधानों से निपटा जाये और उनको सख़्त सज़ाएं दी जानी चाहिए, यह बात दोहराते हुये पंजाब विधान सभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने केंद्रीय गृह मंत्री को उत्तर-पूर्वी राज्य में चल रही हिंसा से प्रभावित सभी लोगों को इन्साफ यकीनी बनाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के हुक्म देने के लिए कहा।
अमित शाह को लिखे अपने पत्र में पंजाब विधान सभा के स्पीकर ने लगातार डर और अराजकता के मौजूदा माहौल पर निरासा प्रकट करते हुये माहौल को बिगड़ने देने के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री को हटाने की माँग की है, जिससे लाखों नागरिकों की जानें खतरे में पड़ रही हैं। स. संधवां ने लिखा कि मुख्यमंत्री जोकि राज्य के प्रमुख हैं, को गंभीरता से ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए क्योंकि वह सम्मान की हकदार महिलाओं के विरुद्ध हिंसा के इस घृणित काम को रोकने में असफल रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि मुख्यमंत्री की सरकार को बरख़ास्त करके उनके विरुद्ध सख़्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
दो महिलाओं को बिना कपड़े पहने परेड करने के लिए मजबूर किये जाने की घिनौनी घटना पर अफ़सोस प्रकट करते हुये उन्होंने कहा कि यह दुखदायी घटना है, हमारे देश में जहाँ महिलाओं को विशेष सम्मान दिया जाता है, वहाँ हम महिलाओं के सम्मान की रक्षा नहीं कर सके। हमारी सभ्यता, हमारे पुरखों ने हमें महिलाओं का सम्मान करना सिखाया है। परन्तु मणिपुर में उनके साथ किया गया सलूक बहुत ही दुखदायी है।
स. संधवां ने आगे कहा कि जिस दर्द में से यह महिलाएं गुज़री होंगी, उसको कोई भी व्यक्ति महसूस कर सकता है।स्पीकर ने अपने पत्र में लिखा, “मुझे यकीन है कि आप इस घटना पर निगरानी रख रहे हांगे, परन्तु मैं, हाथ जोड़ कर, उन महिलाओं के गरिमा और सम्मान की रक्षा के लिए आप से मदद की आशा करता हूँ। उनको सुरक्षा की ज़रूरत है।“