वाशिंगटन। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर 29 दिसंबर पर तक अमेरिकी विदेश यात्रा पर हैं। इस दौरान विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के बीच वाशिंगटन डीसी में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें भारत और अमेरिका की सामरिक भागीदारी के अलावा क्षेत्रीय-वैश्विक घटनाक्रमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट में बताया अमेरिका के एनएसए जैक सुलिवन के साथ मुलाकात से प्रसन्नता हुई।
जिसमें दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी में बीते चार वर्षों में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। इसके अलावा क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर चर्चा की गई। दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि कई क्षेत्रों में हमारा सहयोग मजबूत हुआ है और हमारे सहजता सहयोग में भी वृद्धि देखने को मिली है। विदेश मंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि भारत-अमेरिका संबंध हमारे पारस्परिक हितों के साथ-साथ वैश्विक हित में भी काम करेंगे।एक्स पर एक अन्य पोस्ट में जयशंकर ने बताया कि अमेरिका में उन्होंने न्यूयॉर्क, शिकागो, सैन फ्रांसिस्को, सिएटल, ह्यूस्टन और अटलांटा में मौजूद भारत के महावाणिज्य दूतों के साथ भी मुलाकात की। इसमें प्रौद्योगिकी, व्यापार, निवेश पर ध्यान केंद्रित करते हुए साझेदारी से जुड़े अवसरों पर बातचीत की गई।
अमेरिका में भारतीय समुदाय की बेहतर सेवा के बारे में भी विदेश मंत्री ने महावाणिज्य दूतों से विचार साझा किए। भारत और अमेरिका के बीच लगातार उच्च स्तरीय मुलाकातों का सिलसिला जारी है। इसी सप्ताह मंगलवार को दोनों देशों के वरिष्ठ राजनयिकों के बीच एक बैठक हुई थी। जिसमें दोनों के द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती के मामले पर रोशनी डाली गई। यह संबंध वैश्विक सामरिक भागीदारी के रूप में विकसित हुए हैं। इनका आधार साझा लोकतांत्रिक मूल्य, द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बढ़ता सामंजस्य है। भारत और अमेरिका के बीच नियमित रूप से जारी राजनीतिक यात्राएं आपसी सहयोग को सतत आधार पर गति प्रदान करेंगी। दोनों देश एक व्यापक दीर्घकालिक संवाद तंत्र के जरिए भी आपस में जुड़े हुए हैं।