फिरोजाबाद : हरियाणा के हथिनी कुंड से छोड़े गए पानी से यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने से फिरोजाबाद में भी बाढ़ का खतरा पैदा हो गया था तो अब यमुना नदी में बढते जल स्तर पर न केवल ब्रेक लग गया है बल्कि जलस्तर कम भी होने लगा है जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।जल स्तर बढ़ने से टूण्डला तहसील के गांव ज्यादा प्रभावित थे।सदर तहसील के गांव सोफीपुर के निकट भी शिव मंदिर और गांव चंद्रवार के निकट पसीना वाले हनुमानजी के मंदिर तक पानी पहुँच गया था. यमुना नदी में डेढ़ से दो फीट तक जलस्तर घटा है।जिलाधिकारी ने कहा है कि हालातों पर नजर बनी हुयी है साथ ही बाढ़ राहत टीमें सक्रिय है जो हर स्थित पर नजर बनाए हुए है।
हरियाणा के हथिनी कुंड से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का रौद्र रूप लोगों को डराने लगा था।दिल्ली के साथ साथ मथुरा और बृन्दावन में तो पानी काफी ऊंचे पर आने के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे।आगरा और फिरोजाबाद जनपद में यमुना नदी में के किनारे बसे गांवों में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे।यमुना नदी के उफान से कई गांवों के किसानों की फसलें जलमग्न हो गयीं थीं जो लगभग खराव हो गईं है।टूण्डला तहसील के गांव ज्यादा प्रभावित हुए थे जिनमें रूधऊ मुस्तक़िल और ठार भूरा में तो पानी तक घुस आया था।
इन गांवों में फंसे ग्रामीणों को जिला प्रशासन ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला था और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था।सदर तहसील के कुछ गांव के किसान प्रभावित हुए थे।सोफीपुर के घाटों पर तो मंदिर पानी मे डूब गए थे।लेकिन राहत की खबर यह है कि दो दिन से यमुना का पानी खतरे के नीचे आने लगा है।जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार ने कहा है कि जिले के दो गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है।अब जलस्तर घटने लगा है.बाबजूद इसके जिला प्रशासन नजर बनाये हुए है।