नई दिल्ली । एक ओर जहां अरब सागर के ऊपर दबाव के चलते तूफान तेज की रफ्तार से दक्षिणी तटों पर खतरा मंडरा रहा है, वहीं मुंबईवासियों को निर्माण कार्यों के चलते खराब हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। अरब सागर में आज चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि इस साल अरब सागर में यह दूसरा चक्रवाती तूफान होगा। हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए अपनाए गए फॉर्मूले के अनुसार इसे तेज कहा जाएगा। आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान के रविवार को गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने और ओमान के दक्षिणी तटों व पास के यमन की ओर बढऩे का अनुमान है।
हालाकि, मौसम विज्ञानियों ने कहा कि कभी-कभी तूफान अनुमान पथ से भटक सकते हैं, जैसा कि चक्रवात बिपरजॉय के दौरान हुआ था। बिपरजॉय जून में अरब सागर में बना था और शुरू में उत्तर-पश्चिम दिशा में बढऩे के बाद गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची की तरफ गुजरा था। मौसम का पूर्वानुमान जताने वाली एजेंसी ने कहा कि अधिकांश मॉडल संकेत देते हैं कि तूफान यमन-ओमान तट की ओर बढ़ रहा है। हालाकि, वैश्विक पूर्वानुमान तंत्र मॉडल इसके अरब सागर के गहरे मध्य भागों में स्थित होने का सुझाव देते हैं, जिससे यह प्रणाली पाकिस्तान और गुजरात तट की ओर जा सकती है। भारत को लेकर आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर के आसपास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव में बदल सकता है।
चक्रवाती तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 62-88 किमी प्रति घंटे की होती है, जबकि हवा की गति 89-117 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने पर इसे गंभीर चक्रवाती तूफान कहा जाता है। अरब सागर से उठ रहे इस चक्रवाती तूफान का गुजरात पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हालांकि आईएमडी ने इससे पहले एक बयान में कहा था कि दक्षिण पूर्व और दक्षिण पश्चिम अरब सागर में निम्नदबाव का क्षेत्र बना है और 21 अक्टूबर सुबह तक चक्रवाती तूफान का रूप लेने की आशंका है। अहमदाबाद स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, 22 अक्टूबर की शाम तक इसके भयंकर चक्रवाती तूफान का शक्ल लेने और दक्षिणी ओमान व यमन तट की ओर बढऩे की आशंका है। चक्रवात पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा, ऐसे में उसका गुजरात पर कोई असर नहीं पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि मुंबई में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को शहर में कई स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 जो कि खराब श्रेणी से ऊपर था। अगर कहीं पर बारिश होती है तो यह स्तर और नीचे जा सकता है।