धुरी (संगरूर): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की हाजिऱी में देश भर के पवित्र स्थानों पर लोगों को लेकर जाने के लिए सोमवार को ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ की शुरुआत की।
यहाँ श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ की शुरुआत के बाद में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना गुरू साहिब की शिक्षाओं और फलसफे के मुताबिक है, जिन्होंने लोगों को आपसी-भाईचारे और अमन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने किसी न किसी कारण अब तक इन धार्मिक स्थानों के दर्शन नहीं किये।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि श्रद्धालुओं को देश और राज्य भर के अलग-अलग धार्मिक स्थानों के दर्शन करवाने के लिए राज्य सरकार ने यह योजना शुरू की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अमृतसर से 300 श्रद्धालु, जालंधर से 220 और धूरी से 500 से अधिक श्रद्धालु इस रेल गाड़ी के द्वारा श्री हजूर साहिब के दर्शनों के लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी तीन महीनों में 50 हज़ार से अधिक श्रद्धालु यह सुविधा हासिल करेंगे। उन्होंने बताया कि इनमें से 13 हज़ार श्रद्धालु रेल गाड़ीयों के द्वारा जाएंगे और हरेक आठ दिनों के बाद चलने वाली इन 13 रेल गाड़ीयों में से हरेक गाड़ी में एक हज़ार यात्री जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बाकी श्रद्धालु बसों के द्वारा सफऱ करेंगे और रोज़ाना की दस बसें चलेंगी, जिनमें से हरेक बस में 43 यात्री सवार होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी इमरजैंसी से निपटने के लिए इन यात्रियों के साथ डॉक्टरों, वॉलंटियरों और अधिकारियों की एक टीम भी सफऱ करेगी। उन्होंने कहा कि यात्रियों के पहुँचने से पहले सभी प्रबंधों के लिए अधिकारियों की एक टीम पहले भेजी गई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि 75 साल से अधिक उम्र वालों को अपने साथ एक नौजवान को देखभाल के लिए लेकर जाने की इजाज़त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना पहले मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व अधीन दिल्ली सरकार ने शुरू की थी। उन्होंने कहा कि अब इस योजना को पंजाब में लागू किया गया है और नजदीकी धार्मिक स्थानों के लिए ए.सी. बसें और दूर-दूराज के स्थानों के लिए रेल गाड़ीयों की सुविधा दी गई है। श्रद्धालुओं की यात्रा के लिए उनको ए.सी. कमरे और खाने-पीने की वस्तुएँ भी मुहैया की जाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन रेल गाड़ीयों के द्वारा श्रद्धालु श्री हजूर साहिब और श्री पटना साहिब, वारानसी, मथुरा, अजमेर शरीफ़ और अन्य स्थानों के दर्शन करेंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बसों के द्वारा श्रद्धालु श्री अमृतसर साहिब, श्री आनन्दपुर साहिब और श्री दमदमा साहिब, श्री वैष्णो देवी, माता चिंतपुर्नी जी, माता नैना देवी जी, माता ज्वाला जी, सालासर धाम, खाटू श्याम जी और अन्य स्थानों के दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब एक धर्म-निरपेक्ष राज्य है, जहाँ नफऱत के अलावा अन्य हरेक तरह के बीज अंकुरित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह सांप्रदायिक सद्भावना, आपसी-भाईचारे, प्यार और अमन की धरती है। भगवंत सिंह मान ने यह भी कहा कि एक और बेमिसाल पहल के अंतर्गत राज्य सरकार ने लोगों को अनाज की घर-घर सप्लाई की भी शुरुआत की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक राज्य के 37 हज़ार से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ दी हैं, वह भी पूरी तरह मैरिट के आधार पर। उन्होंने कहा कि राज्य में 58 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ है, जिससे प्राईवेट सैक्टर में 2.98 लाख से अधिक नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरकारी नौकरियाँ बिल्कुल पारदर्शी तरीके से और नौजवानों की काबिलीयत के आधार पर दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में 664 आम आदमी क्लीनिक कार्यशील हैं एवं 100 और क्लीनिक तैयार हैं, जो जल्द ही लोगों को समर्पित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंजाब के अधिकतर घरों को मुफ़्त बिजली मुहैया कर रही है। इसके साथ-साथ आम लोगों की भलाई के लिए आम लोगों चाहे वह कारोबारी हों, व्यापारी हों या खेत मज़दूर या कोई और, उनकी भलाई के लिए कई फ़ैसले लिए गए हैं।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में स्कूल ऑफ ऐमिनेंस की स्थापना की गई है और पंजाब के स्कूलों में ‘बिजऩेस ब्लास्टजऱ्’ नाम की योजना सफलता से चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार के शासन के सफल मॉडल को पंजाब में दोहराया जा रहा है और यह लोगों के हित में है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका मंतव्य किसी विशेष परिवार के बजाए राज्य के लोगों की भलाई को सुनिश्चित बनाना है। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग उनका परिवार हैं और उनकी सरकार का हर कदम राज्य और यहाँ के लोगों की भलाई को सुनिश्चित बनाना है।मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी पक्ष के पास उनकी सरकार के विरुद्ध उठाने के लिए कोई मुद्दा नहीं है और वह अलग-अलग मुद्दों पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इस गुमराह करने वाले प्रचार की ओर ध्यान न देकर रंगला पंजाब बनाने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों में सहयोग करना चाहिए।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक प्रणाली में लोग सबसे ऊपर होते हैं और राज्य को देश में अग्रणी बनाने के लिए आम लोगों का सहयोग ज़रूरी होता है। पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने अपने सरकारी पदों का दुरुपयोग करके अथाह दौलत एकत्र की और अपने लिए बड़े-बड़े महलनुमा घर बनाए हैं। उन्होंने बताया कि इन महलनुमा घरों की दीवारें तो ऊँची हैं, परन्तु दरवाज़े आम तौर पर लोगों के लिए हमेशा बंद ही रहते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने हमेशा लोगों से दूरी बनाकर रखी, जिसके निष्कर्ष के तौर पर राज्य निवासियों ने उनको सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
गुर्बानी की तुक ‘पवन गुरू पानी पिता माता धरत महत॥’ का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान गुरूओं ने हवा (पवन) को गुरू, पानी को पिता और ज़मीन (धरती) को माता का दर्जा दिया है। उन्होंने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि हम पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेते हुए राज्य की पुरातन शान की बहाली के लिए गुर्बानी की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाएँ। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने अपने संबोधन में श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के शुभ अवसर पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महान गुरूओं के दिखाए रास्ते पर चल कर दिल्ली और पंजाब के लोगों की सेवा कर रही है। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि आज उन लोगों की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण योजना शुरू की जा रही है जो साधनों की कमी या किसी अन्य वजह से पवित्र तीर्थों की यात्रा नहीं कर सकते।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अफ़सोस प्रकट किया कि पिछले 75 सालों में कभी भी किसी सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए यह योजना शुरू नहीं की। उन्होंने कहा कि यह बड़े गर्व और संतुष्टी की बात है कि दिल्ली में अब तक 80,000 से अधिक लोग इस योजना का लाभ ले चुके हैं। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि इस योजना पर जो पैसा ख़र्च किया जा रहा है, पिछली सरकारों द्वारा वही पैसा अपनी मौज-मस्ती पर खर्चा जाता था। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य हर क्षेत्र में क्रांति के नये युग की शुरुआत देख रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों के मुफ़्त इलाज के लिए आम आदमी क्लीनिक खोले गए हैं, राज्य के 20,000 स्कूलों की कायाकल्प की जा रही है और अब यह तीर्थ यात्रा योजना शुरू की गई है।
अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि वह खुशकिस्मत हैं कि वह इस मुहिम का हिस्सा बनकर इस योजना की शुरुआत कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में इस योजना से जुड़े 80 फीसदी श्रद्धालु औरतें और बुज़ुर्ग नागरिक हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह योजना पंजाब के बुज़ुर्ग नागरिकों और अन्यों को तीर्थ स्थानों के दर्शनों की सुविधा प्रदान करने में अहम साबित होगी। अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि सरकारी खजाने का एक-एक पैसा आम आदमी की भलाई पर ख़र्च किया जा रहा है।